जयपुर. लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 सीटों पर कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. जिसके बाद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में आत्ममंथन शुरू हो गया है. पार्टी हार के कारणों की समीक्षा करने में लगी है, लेकिन इन सबके बीच प्रदेश में कांग्रेस नेताओं का टिकट वितरण को लेकर असंतोष खुलकर सामने आने लगा है. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने टिकट वितरण पर बोलते हुए कहा कि पार्टी स्तर पर कहीं ना कहीं टिकट वितरण में चूक रही है, जिसकी वजह से इस तरह के परिणाम सामने आए हैं.
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि आरएलपी के हनुमान बेनीवाल के साथ कांग्रेस गठबंधन कर लेती तो प्रदेश में जाट वर्ग का बड़ा हिस्सा कांग्रेस के साथ होता. खास तौर पर युवा जाट वर्ग के जुड़ने से कांग्रेस को बड़ी ताकत मिलती. आंजना ने कहा कि हनुमान बेनीवाल को लेकर पार्टी आकलन करने में लेट हुई, लेकिन बीजेपी ने सही समय पर उन्हें अपने साथ जोड़ लिया. बीजेपी बड़ी पार्टी होने के बाद भी बेनीवाल के लिए एक सीट छोड़ दी और उसका परिणाम सबके सामने है.
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के चुनाव लड़ने पर भी उदयलाल आंजना ने अपनी बात कही. आंजना ने कहा कि उन्होंने खुद मुख्यमंत्री से मुलाकात कर वैभव को जालोर से टिकट देने के लिए कहा था. अगर वैभव जालोर से चुनाव लड़ते तो नतीजे अलग होते. आंजना ने कहा कि 2014 में मुझे जालोर से टिकट दिया जा रहा था. उस वक्त भी मैंने वैभव गहलोत को जालोर से टिकट देने की बात कही और इस बार भी उन्हें जोधपुर की जगह जालोर से टिकट देने की बात कही.