जयपुर. उदयपुर में 28 जून को कन्हैयालाल की जघन्य हत्या (Udaipur Murder Case) करने वाले हत्यारे मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के तार आतंकी संगठन आईएसआईएस के रिमोट स्लीपर सेल के तौर पर काम करने वाले अलसूफा संगठन से जुड़े हुए पाए गए हैं. इसे लेकर एनआईए के साथ ही राजस्थान पुलिस भी अपने स्तर पर जांच में जुटी हुई है. अलसूफा संगठन से जुड़े हुए कुछ आतंकियों को मार्च महीने में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा से भारी मात्रा में विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया गया था, जो जयपुर को दहलाने की साजिश रच रहे थे.
जयपुर को दहलाने की साजिश रचने वाले (Riyaz Strings are Connected to Alsufa) आतंकियों से मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के संपर्क पाए गए हैं. जांच में यह तथ्य भी सामने आए हैं कि मोहम्मद रियाज उदयपुर और उसके आसपास के क्षेत्र में लोगों को अलसूफा संगठन से जोड़ने के साथ ही संगठन को फैलाने का काम भी कर रहा था. फिलहाल, इन तमाम तथ्यों को लेकर एनआईए और राजस्थान पुलिस कि एसआईटी की जांच जारी है. मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने जिन लोगों से संपर्क कर उन्हें इस संगठन के साथ जोड़ा और इस संगठन के संबंध में वार्तालाप किया उन तमाम लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. इसके साथ ही राजस्थान में अलसूफा संगठन से संबंध रखने वाले कितने लोग एक्टिव हैं, इसकी जानकारी भी गोपनीय तरीके से जुटाई जा रही है.
उदयपुर में गाइड का काम करने वाले मुजीब ने फैलाई अलसूफा की जड़ें : एनआईए और राजस्थान पुलिस की एसआईटी जो जांच रही है, उसमें यह बात सामने आई है कि चित्तौड़गढ़ में 30 मार्च को 12 किलो विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार किए गए तीन आतंकी अल्तमश, जुबेर और सैफुल्लाह जयपुर में सीरियल ब्लास्ट के लिए विस्फोटक सामग्री (Terror Angle in Udaipur Murder) रतलाम से जयपुर पहुंचाने का काम कर रहे थे. इनका एक अन्य साथी टोंक निवासी मुजीब इस पूरी साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था, जिसे अनुसंधान के बाद उदयपुर से गिरफ्तार किया गया था जो पिछले कई वर्षों से उदयपुर में रहकर गाइड का काम कर रहा था, साथ ही अलसूफा का नेटवर्क खड़ा करने का जिम्मा भी निभा रहा था.
इस काम में मोहम्मद रियाज उसका बखूबी साथ दे रहा था और दोनों के बीच में अलसूफा संगठन को लेकर (Alsufa Connection of Kanhaiya Lal killers) कई घंटों मोबाइल पर बातचीत हुआ करती थी. अप्रैल माह में जब मुजीब को गिरफ्तार किया गया तो उसके बाद उसके तमाम काम रियाज अपने साथी गौस मोहम्मद के साथ मिलकर संभालने लगा. जयपुर में ब्लास्ट की साजिश रचने में गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज की कोई भूमिका है या नहीं, इसके बारे में फिलहाल जांच जारी है.