जयपुर. पंचायत समित और जिला परिषद चुनाव में कई जगह विधायक और पूर्व विधायक अपने रिश्तेदारों को टिकट दिलवाना चाहते हैं. वहीं दूसरी तरफ संगठन ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को मौका देना चाहता है. कई जगह तो जातीय समीकरणों के चलते टिकट देना जरूरी हो गया है. अन्य जनप्रतिनिधि जो अपनों के लिए टिकट मांग रहे हैं, वे नाराजगी भी जता रहे हैं.
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पांच जिलों को छोड़कर सभी जगह सिंगल पैनल तैयार हो चुका है. जल्द ही प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी जाएगी. कटारिया ने कहा कि पंचायत चुनाव में ज्यादा से ज्यादा नए कार्यकर्ताओं को मौका दिया जा रहा है. कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां दूसरे नाम नहीं आने पर राजनेता के रिश्तेदार को भी उम्मीदवार बनाया जा रहा है.
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उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में टिकट वितरण को लेकर कहीं भी कोई नाराजगी बीजेपी में नहीं है. यह अनुशासित कार्यकर्ताओं की पार्टी है. राठौड़ ने कहा कि पांच जिलों को छोड़कर सभी जगह टिकट फाइनल हो चुका है और प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति के बाद सूची जारी की जाएगी. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के राज में ग्रामीण विकास रुक गया है, बिजली की दरें बढ़ गई हैं, पंचायतों का अनुदान रोक लिया गया. इन सभी बातों को लेकर बीजेपी चुनाव मैदान में उतरेगी. टिकट वितरण में परिवारवाद के मुद्दे को लेकर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बीजेपी में परिवार वाद बिल्कुल नहीं है. लेकिन किसी परिवार में यदि योग्य व्यक्ति है तो उसके कारण उसे टिकट से वंचित नहीं किया जा सकता.
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बीजेपी मुख्यालय में चुनाव संचालन समिति की बैठक में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे. वहीं प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर वर्चुअल तरीके से बैठक से जुड़े.