जयपुर: कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) बच्चों को ज्यादा नुकसान पहुंचाएगी. लिहाजा चिकित्सा व्यवस्था भी चाक-चौबंद की जा रही है. चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने बुधवार को जेके लोन अस्पताल (JK Lone Hospital) और एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) परिसर का दौरा किया. उन्होंने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से जुड़ी तैयारियों का जायजा लेने के साथ ही निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया.
वैभव गालरिया ने जेके लोन अस्पताल में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के दौरान बच्चों के उपचार के लिए की जा रही तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए. चिकित्सा शिक्षा सचिव ने एसएमएस मेडिकल कॉलेज में निर्माणाधीन सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का दौरा भी किया.
15 अगस्त तक तीन सुपर स्पेशलिटी इस ब्लॅाक में शिफ्ट कर उपचार शुरू किया जा रहा है. इस ब्लॉक में नेफ्रोलॉजी (Nephrology) , यूरोलॉजी (Urology), गेस्ट्रो इंट्रोलॉजी (Gastroenterology) विभाग शिफ्ट किए जा रहे हैं. पीएमएसएसवाई (PMSSY) के तहत 200 करोड़ रुपये की लागत से इस ब्लॉक का निर्माण किया गया है. उन्होंने निर्माण कार्य पूरा करने के साथ चिकित्सा उपचार से संबंधित अन्य सभी सुविधाएं भी 15 अगस्त तक करने के निर्देश दिए हैं.
गालरिया ने प्रस्तावित आईपीडी टॉवर (IPD tower) स्थल का भी निरीक्षण किया. एसएमसएम मेडिकल कॉलेज (SMS Medical College)में भर्ती मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा सुलभ कराने के लिए 300 करोड़ रुपए की लागत से 22 मंजिला आईपीडी टावर बनाया जा रहा है. इस आईपीडी टावर में 22 मंजिला निर्माण कार्य के अतिरिक्त 3 मंजिल बेसमेंट का भी निर्माण किया जाएगा.
पढ़ें: Special: Corona Delta Plus variant को लेकर अलर्ट, जानिए इस वेरिएंट पर वैक्सीन कितनी कारगर...
गालरिया ने जेडीए के अधिकारियों को भवन निर्माण कार्य शुरू करने के साथ ही अस्पताल के लिए जरूरी सुविधाएं जुटने के लिए भी अभी से ही कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए. जेके लोन अस्पताल में कोरोना की तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए पीकू (Pediatric Intensive Care Unit), नीकू (Neonatal Intensive Care Unit), एसएनसीयू (Special Newborn Care Unit) वार्डों का सृदृढ़ीकरण किया जा रहा है.
जरूरत पड़ने पर जेके लोन को 800 बेड के कोविड डेडिकेटेड सेंटर के रूप में भी तैयार किया जा सकता है. जे के लोन अस्पताल में 200 बैड के पीडियाट्रिक्स आईसीयू (Pediatric Intensive Care Unit) की तैयारी भी की जा रही है. अस्पताल में ऑक्सीजन और अन्य सभी कोरोना बचाव संबंधी तैयारियां व्यापक स्तर पर की जा रही हैं.