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पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के चलते ट्रांसपोर्टर्स ने की किराए में बढ़ोतरी

प्रदेश में बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों का असर अब आम जनता की जेब पर देखने को मिल रहा है. यही नहीं ट्रांसपोर्टेशन के साधनों के किराए में भी बढ़ोतरी हो गई है. जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि रोजाना किराए के दामों में अब बढ़ोतरी का दौर देखा जा रहा है.

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Published : Feb 19, 2021, 7:08 PM IST

राजस्थान में ट्रांसपोर्टर्स ने बढ़ाए किराए, Transporters increased fares in Rajasthan
ट्रांसपोर्टर्स ने की किराए में बढ़ोतरी

जयपुर. पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी का दौर जारी है. जहां शुक्रवार को पेट्रोल के दाम में 32 पैसे की बढ़ोतरी हुई है और 35 पैसे डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई है. पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार अपने शतक की ओर बढ़ते जा रहे हैं और जल्द ही पेट्रोल के दाम बढ़कर 100 रुपये के नजदीक तक पहुंच गए हैं.

ट्रांसपोर्टर्स ने की किराए में बढ़ोतरी

श्रीगंगानगर की बात की जाए तो श्री गंगानगर में तो पेट्रोल के दाम बढ़कर 100 रुपये के पार तक पहुंच गए हैं. जिसका सीधा असर लगातार आमजन की जेब पर देखने जा रहा है. वहीं पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही अब ट्रांसपोर्टेशन के साधनों के किराए में भी लगातार बढ़ोतरी का दौर देखा जा रहा है. जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि रोजाना थोड़ी-थोड़ी रकम डीजल के दामों में बढ़ रही है.

पढ़ें- केवल पत्थर लगाने से नहीं होती वाहवाही, जनता सब जानती है : राजेंद्र राठौड़

आनंद कहा कि रोजाना बनने वाली इस रकम के चलते ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित भी हो रहा है. उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार से अनुरोध है, कि बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों का असर जनता की जेब पर देखने को मिल रहा है. क्योंकि ट्रांसपोर्ट के जरिए ही सभी सामान अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचते हैं. ऐसे में रोजाना डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन के किराए में भी अब बढ़ोतरी हो रही है.

अनिल आनंद ने कहा कि कोविड काल से पहले से ही ट्रांसपोर्टर्स अपने व्यवसाय को घाटे में चला रहे हैं और लेबर के चले जाने के बाद से भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अनिल आनंद बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार अपने प्रयत्न से पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में लेकर आए, जिससे इनके दामों में कमी होगी. पूरे देश में पेट्रोल और डीजल के दाम एक जैसे हो.

आनंद का कहना है, कि इस समय राजस्थान के ट्रांसपोर्ट राजस्थान से डीजल नहीं ले रहे हैं. क्योंकि पड़ोसी राज्यों में राजस्थान की तुलना में पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी है. ऐसे में ट्रांसपोर्टर दूसरे राज्यों से डीजल डलवाते हैं. जिससे राज्य सरकार को राजस्व में भी घाटा हो रहा है.

पढ़ें- विकास के कार्यों को राजनीतिक चश्मे से न देखे कोई : डोटासरा

अनिल आनंद ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अभी तेलों के दाम कम है, लेकिन फिर भी केंद्र और राज्य सरकार अपने टैक्स लगाकर इनके दामों में लगातार बढ़ोतरी कर रही है. ऐसे में अनिल आनंद ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि वह पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी करें, जिससे ट्रांसपोर्टर को भी राहत मिले और आम जनता को भी राहत मिल सकेगी.

जयपुर. पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी का दौर जारी है. जहां शुक्रवार को पेट्रोल के दाम में 32 पैसे की बढ़ोतरी हुई है और 35 पैसे डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई है. पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार अपने शतक की ओर बढ़ते जा रहे हैं और जल्द ही पेट्रोल के दाम बढ़कर 100 रुपये के नजदीक तक पहुंच गए हैं.

ट्रांसपोर्टर्स ने की किराए में बढ़ोतरी

श्रीगंगानगर की बात की जाए तो श्री गंगानगर में तो पेट्रोल के दाम बढ़कर 100 रुपये के पार तक पहुंच गए हैं. जिसका सीधा असर लगातार आमजन की जेब पर देखने जा रहा है. वहीं पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के साथ ही अब ट्रांसपोर्टेशन के साधनों के किराए में भी लगातार बढ़ोतरी का दौर देखा जा रहा है. जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि रोजाना थोड़ी-थोड़ी रकम डीजल के दामों में बढ़ रही है.

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आनंद कहा कि रोजाना बनने वाली इस रकम के चलते ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित भी हो रहा है. उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार से अनुरोध है, कि बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों का असर जनता की जेब पर देखने को मिल रहा है. क्योंकि ट्रांसपोर्ट के जरिए ही सभी सामान अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचते हैं. ऐसे में रोजाना डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन के किराए में भी अब बढ़ोतरी हो रही है.

अनिल आनंद ने कहा कि कोविड काल से पहले से ही ट्रांसपोर्टर्स अपने व्यवसाय को घाटे में चला रहे हैं और लेबर के चले जाने के बाद से भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अनिल आनंद बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार अपने प्रयत्न से पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में लेकर आए, जिससे इनके दामों में कमी होगी. पूरे देश में पेट्रोल और डीजल के दाम एक जैसे हो.

आनंद का कहना है, कि इस समय राजस्थान के ट्रांसपोर्ट राजस्थान से डीजल नहीं ले रहे हैं. क्योंकि पड़ोसी राज्यों में राजस्थान की तुलना में पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी है. ऐसे में ट्रांसपोर्टर दूसरे राज्यों से डीजल डलवाते हैं. जिससे राज्य सरकार को राजस्व में भी घाटा हो रहा है.

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अनिल आनंद ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अभी तेलों के दाम कम है, लेकिन फिर भी केंद्र और राज्य सरकार अपने टैक्स लगाकर इनके दामों में लगातार बढ़ोतरी कर रही है. ऐसे में अनिल आनंद ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि वह पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी करें, जिससे ट्रांसपोर्टर को भी राहत मिले और आम जनता को भी राहत मिल सकेगी.

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