जयपुर. विभाग के उच्च अधिकारियों ने 2 लाख किमी बसों का रूट कम करने के आदेश जारी किए गए थे. इस आदेश के बाद मचे बवाल के बीच परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अधिकारियों के साथ में बैठक कर पूरी रिपोर्ट ली. इसमें कर्मचारियों और अधिकारियों ने परिवहन मंत्री को साफ किया कि न तो कोई बस बंद की गई है और ना ही कोई किलोमीटर कम किए गए हैं. किसी रूट पर एक समय पर चल रही दो या दो से अधिक बसों को रीशेड्यूल किया गया है.
उन्होंने कहा कि यह कंपनी 10 साल से रोडवेज में संविदा पर कर्मचारी उपलब्ध करा रही थी. जिसको सरकार की तरफ से करोड़ों रुपए दिए जा रहे थे, जिसकी कोई आवश्यकता नहीं थी. इसलिए गहलोत सरकार ने इस कंपनी को बंद कर दिया. ऐसे में कंपनी दुष्प्रचार कर रही है. प्रताप ने कहा कि सोमवार को परिवहन विभाग के संबंधित अधिकारियों को बुलाया गया था. उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ कर दिया कि किसी भी बस को बंद किया गया है और ना ही कोई दूरी कम की गई है. जहां पर एक ही समय पर दो या दो से अधिक बसें चल रही थी, उन बसों के शेड्यूल में चेंज किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने 5 साल के कार्यकाल में 500 नई बसें नहीं खरीदी और हमारी सरकार ने 1 साल में 11 सौ से अधिक नई बसें खरीदने जा रही है. जो जल्द ही प्रदेश की सड़कों पर दौड़ती नजर आएगी. खाचरियावास ने कहा कि गहलोत सरकार किसी रूट पर रोडवेज बस घाटे में भी चल रही है तो भी उसे चलाएगी उसे बंद नहीं करेगी क्योंकि सरकार घाटे में भी जनता को सुविधा उपलब्ध करना चाहती है.