जयपुर. प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों का पलायन लगातार जारी है. राजस्थान रोडवेज राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रवासी श्रमिकों के लिए बसों की निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध करवा रही है. रोडवेज की बसें राज्य के कोने-कोने से श्रमिकों को विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर पहुंचा रही है. ताकि वह अपने राज्यों में घर पहुंच सके.
राजस्थान रोडवेज के प्रबंध निदेशक नवीन जैन ने बताया कि 800 बसों के माध्यम से पिछले 14 दिनों में 30,000 से ज्यादा श्रमिकों को रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने का काम किया गया है. वहीं अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को बसें उपलब्ध करवाकर उनके जिलों में गांव तक पहुंचाया गया है. अब तक ट्रेनों से पहुंचे 30,000 श्रमिकों को बसों के माध्यम से गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया है. राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार 4 मई, 2020 से भारतीय रेलवे द्वारा अपनी सेवाएं शुरू करने के बाद से प्रवासी श्रमिकों को बिना किसी रुकावट के लगातार रोडवेज बसों की सुविधाएं भी मुहैया करवाई जा रही है.
ये पढ़ें: मजदूरों की बस को लेकर जारी राजनीति में अबतक क्या-क्या हुआ...आप भी समझ लीजिए
वहीं राजस्थान रोडवेज की बसों से भी मजदूरों को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश रवाना करने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. इस संबंध में रोडवेज प्रशासन को सरकार की ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार 4 राज्यों के लिए 18 मई से ही सूची बनाकर सभी व्यवस्थाएं शुरू कर दी गई है. राजस्थान रोडवेज एमडी नवीन जैन के मुताबिक 19 मई को उत्तर प्रदेश के लिए 31 बसें, उत्तराखंड के लिए 17 बसें, हिमाचल प्रदेश के लिए 1 बस और मध्यप्रदेश के लिए 6 बसों को रवाना किया गया. जिनमें करीब 3000 लोगों को उनके राज्यों में घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है.
ये पढ़ें: बस और प्रवासी पॉलिटिक्स पर बोले पायलट, कहा- केंद्र सरकार को राष्ट्रव्यापी नीति बनानी चाहिए
बसों से लाए जाएंगे प्रवासी
साथ ही आने वाले दिनों में दिल्ली, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र के लिए भी रोडवेज के माध्यम से श्रमिक स्पेशल बसों का संचालन किया जाएगा. जिसके लिए नोडल अधिकारी द्वारा संबंधित राज्यों से और वहां पर रह रहे लोगों से संपर्क किया जा रहा है.