जयपुर. राजनीति क्षेत्र में पुरुषों के साथ महिलाओं को भी भागीदारी देने की मांग यदा कदा उठती रहती है, लेकिन अब किन्नर समाज भी राजनीतिक भागीदारी मांग रहा है. ये मांग किन्नर समाज ने भारतीय जनता पार्टी से की है. जोधपुर से आई किन्नर गुरु कांता बुआ ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पुनिया से मुलाकात कर बीजेपी में अन्य मोर्चों की तरह किन्नर मोर्चा बनाए जाने की मांग रखी.
दरअसल, कांता बुआ ने पूर्व में विधानसभा चुनाव में भी भाजपा से टिकट मांगा था और उसके बाद अब जोधपुर नगर निगम उत्तर से भी पार्षद का टिकट की मांग की थी. हालांकि, दोनों ही बार बीजेपी ने किन्नर समाज से आने वाले किसी प्रतिनिधि को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया, लेकिन इसके बाद भी किन्नर गुरु कांता बुआ ने हार नहीं मानी और अपने चेलों के साथ जयपुर आ गई. यहां भाजपा मुख्यालय में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से मुलाकात कर एक अनोखी मांग रख दी है.
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कांता बुआ का कहना था कि जनप्रतिनिधि बनाने के लिए भाजपा ने टिकट नहीं दिया, लेकिन संगठन में तो पार्टी भागीदारी दे ही सकती हैं. अन्य मोर्चों की तरह यदि किन्नर मोर्चा बना दें तो राजस्थान के अलग-अलग जिलों के किन्नर सीधे तौर पर भाजपा से जुड़ जाएंगे और उसका फायदा भी राजनीतिक तौर पर बीजेपी को ही मिलेगा. कांता गुरु के अनुसार इस बार आश्वासन मिला है और संभवत पार्टी यदि उचित समझेगी तो यह मांग पूरी भी कर सकती है.
किन्नर मोर्चा बनाने का ये होगा लाभ...
भाजपा में किन्नर मोर्चा बनाने की मांग करने वाली जोधपुर की किन्नर गुरु कांता बुआ ने बताया कि उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को किन्नरों के भाजपा से जुड़ने पर होने वाले फायदे भी गिनाए. उनके अनुसार यदि किन्नरों से जुड़ा कोई मोर्चा भाजपा में बनता है तो प्रदेश के करीब एक से डेढ़ लाख किन्नर सीधे तौर पर जुड़ेंगे.
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उन्होंने बताया कि किन्नरों के समाज में अपनी प्रतिष्ठा होती है और धार्मिक रीति के अनुसार हर घर में मांगलिक कार्यों में किन्नर पहुंचते हैं. उनकी दुआएं ली जाती हैं. ऐसे में यदि किन्नर अपनी तरीके से यजमान को समझाएं कि भाजपा ने देश और प्रदेश के लिए क्या-क्या किया है तो किन्नरों के जरिए आम लोग भी भाजपा से सीधे तौर पर जुड़ पाएंगे. हालांकि, जो तर्क कांता बुआ ने दिया वह पार्टी को कितना पसंद आता है यह तो समय ही बताएगा. ऐसे भी जो मांग की गई है वह सीधे तौर पर पार्टी के नेताओं को हजम शायद ही हो.