जयपुर. राजस्थान और खासकर राजधानी जयपुर में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना के मामले हर दिन बढ़कर ही सामने आ रहे हैं. हालात यह है कि इस बीमारी ने आम हो या खास हर किसी को अपनी चपेट में ले लिया है. अब इस बीमारी के चलते प्रदेश में एक बार फिर लॉकडाउन की आहट दिखाई दे रही है.
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास इस बीमारी से संक्रमित हुए. यहां तक कि उनके फेफड़ों में भी कोरोना से इंफेक्शन हो गया, लेकिन अब वह ठीक हो गए हैं. कोरोना को लेकर उनका कहना है कि बचाव ही इसका उपचार है. उन्होंने कहा कि मास्क लगाना चाहिए और आपस में डिस्टेंस रखना चाहिए.
कोरोना पीड़ित को अकेले नहीं छोड़ें
खाचरियावास ने कहा कि अगर कोई इस बीमारी की चपेट में आ जाए और बीमार हो जाए तो उसे घबराना नहीं चाहिए और अपने मन को कमजोर नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कई बार परिजन कोरोना पीड़ित से डर जाते हैं, लेकिन उन्हें इससे डरना नहीं चाहिए. खाचरियावास ने कहा कि कोरोना वायरस पीड़ित को अकेला ना छोड़े.
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उन्होंने कहा कि वह खुद कोरोना संक्रमित हो गए थे, लेकिन उनके परिवार ने उनकी देखभाल की और आज वह स्वस्थ हो गए हैं. किसी को इस बीमारी में अपने परिजनों को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए और डर और खौफ से मन को मजबूत रखना चाहिए.
दो दिनों का होना चाहिए लॉकडाउन
वहीं, जयपुर में लॉकडाउन को लेकर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि इसका अंतिम निर्णय तो मुख्यमंत्री के स्तर पर ही होगा. उन्होंने कहा कि वह खुद चाहते हैं कि कम से कम शनिवार और रविवार को तो लॉकडाउन लगाना चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही इस पर अंतिम निर्णय ले सकते हैं.