जयपुर. प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर चिकित्सा विभाग अलर्ट है. शुक्रवार को केंद्रीय चिकित्सा मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इसको लेकर प्रदेश के सीएम, चिकित्सा मंत्री, मुख्य सचिव सहित विभाग के अधिकारियों के साथ कई बार बैठक कर चुके हैं.
अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि स्वास्थय मंत्री कोरोना वायरस को लेकर विधानसभा में भी विस्तार से चर्चा कर चुके हैं. प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर, सीएमएचओ, पीएमओ सहित अन्य अधिकारियों से प्रतिदिन बैठक की रिपोर्ट मांगी जा रही है.
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उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में रेडियो, टीवी, अखबार, सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना की रोकथाम से जुड़े अभियान चलाए जा रहे हैं. साथ ही प्रदेश में रैपिड रिलीफ टीम का गठन किया जा चुका है. रोहित सिंह ने बताया कि इटली पर्यटकों के दल ने जिन स्थानों पर भ्रमण किया है, उनके संपर्क में आए 310 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. साथ ही इनमें से 267 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. जांच में इटली दंपति के अलावा सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं, दंपति का इलाज जारी है.
रोहित कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना पीड़ित पुरुष में गुरुवार को ऑक्सीजन में कमी की गई है, उसकी हालत पहले से बेहतर है. साथ ही उन्होंने बताया कि स्वास्थय संगठन की ओर से सभी जिला मुख्यालयों और राज्य स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर रखा है. गांव में जागरूकता और प्रचार-प्रसार के लिए ग्रामीण विकास विभाग को पत्र लिखा जा चुका है.
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प्रदेश में मास्क की कमी को लेकर अफवाहों पर कहा कि प्रदेश में मास्क की कमी नहीं है. उन्होंने बताया कि 20 हजार से ज्यादा मामलों में जिलों के अस्पताल में भेजे जा चुके हैं. साथ ही सभी जिला कलेक्टर हालात पर नजर रखे हुए हैं.
वीडियो कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय चिकित्सा मंत्री हर्षवर्धन सिंह ने कहा, कि कोरोना को हराना है तो समाज के हर तबके तक इस रोग की रोकथाम के प्रति जागरूकता लानी होगी. साथ ही रोग से बचने की समझ विकसित करनी होगी. बचाव और सावधानी के जरिए ही कोरोना को हराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सभी राज्य कोरोना के मामले में बेहतर काम कर रहे हैं. लेकिन उनको आगे बढ़ने से रोकने के लिए हमें अधिक सजग रहना होगा.
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हर्षवर्धन ने कहा, कि सरकार जिस माध्यम से गांवों, कस्बों, शहरों में जागरूकता ला सकती है, उससे लाई जाए. उन्होंने कहा कि कि जिन राज्यों के बॉर्डर अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े हैं, उनकी सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग करवाई जाए. इसके अलावा केंद्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन से जारी होने वाली सभी एडवाइजर की पालना की जाए.
बता दें कि प्रदेश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद मास्क को लेकर कालाबाजारी तेज हो गई है. शहर में एक मास्क जिसकी कीमत 5 रुपए है, वह 15 से 20 रुपए में मिल रहा है. मास्क की कमी को लेकर लगातार चिकित्सा विभाग पर सवाल खड़े हो रहे थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने मास्क की कमी को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कोरोना से निपटने के लिए तमाम संसाधन सरकार के पास मौजूद है.