जयपुर. राजधानी जयपुर में वाहन चोरी की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं और पुलिस भी अनेक प्रयासों के बावजूद वारदातों पर लगाम नहीं लगा पा रही है. राजधानी में घटित होने वाली वाहन चोरी की अधिकतर वारदातें नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों के चोरी होने या फिर किसी सूनसान इलाके में या किसी गली से वाहन चोरी की दर्ज की जा रही हैं.
जयपुर पुलिस लगातार आमजन से अपील कर रही है कि वह अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही पार्क करें और किसी भी अनजान जगह वाहनों को पार्क करने से बचें. इसके साथ ही राजधानी जयपुर में ऐसे हॉटस्पॉट जहां वाहन चोरी की सर्वाधिक वारदातें घटित होती हैं उन्हें चिन्हित किया गया है.
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इसके साथ ही ऐसे हॉटस्पॉट पर सीसीटीवी कैमरे की विजिलेंस को बढ़ाने और सादे वस्त्रों में पुलिसकर्मियों को तैनात करने पर भी पूरा फोकस किया जा रहा है. इसके साथ ही कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम को भी वाहन चोरों पर नकेल कसने के लिए विशेष टास्क दिया गया है.
राजधानी जयपुर की बात करें तो वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में सितंबर माह तक दुपहिया वाहन चोरी की वारदातों में 19% और चौपहिया वाहन चोरी में 12% की वृद्धि दर्ज की गई है. वर्ष 2020 में सितंबर माह तक दुपहिया वाहन चोरी की 3168 वारदातें घटित हुईं थीं जो वर्ष 2021 में बढ़कर 3774 पहुंच चुकी है. इसी प्रकार से वर्ष 2020 में सितंबर माह तक चौपहिया वाहन चोरी की 330 वारदातें घटित हुईं थीं जो वर्ष 2021 में बढ़कर 369 तक पहुंच चुकी है.
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राजधानी में बढ़ रही वाहन चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए कमिश्नरेट स्पेशल टीम में एन्टी व्हीकल थेफ्ट विंग का भी गठन किया गया है. जो वाहन चोरी की वारदातों में लिप्त बदमाशों पर निगरानी रखने और साथ ही शहर में सक्रिय वाहन चुराने वाले गिरोह पर अंकुश लगाने का काम कर रही है.
व्हील लॉक लगाने से बच सकते हैं वाहन
एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि लोग पार्किंग का किराया बचाने के लिए अपने वाहनों को नो पार्किंग जोन में खड़ा कर देते हैं या फिर किसी सूनसान गली में वाहन पार्क कर देते हैं. इसका फायदा उठाकर वाहन चोर पलक झपकते ही गाड़ी चुरा लेते हैं. इसके साथ ही कई बार लोग रात के समय घर के बाहर वाहन पार्क करते समय लापरवाही बरतते हैं. गाड़ी का लॉक लगाना भूल जाते हैं या फिर लॉक चेक नहीं करते हैं. इसके चलते घर के बाहर खड़े वाहनों को भी चोर आसानी से निशाना बना लेते हैं.
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वाहन को चोरी होने से बचाने के लिए वाहन चालक व्हील लॉक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो दोपहिया और चोपहिया दोनों तरह के वाहनों में लगाया जा सकता है. इसके साथ ही जयपुर पुलिस कमिश्नर ने भी कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम को उन हॉटस्पॉट पर तैनात करने के आदेश दिए हैं जहां से सर्वाधिक वाहन चोरी हो रहे हैं. इसके तहत सादे वस्त्रों में पुलिस कर्मियों को जवाहर सर्किल, एसएमएस अस्पताल और बिरला ऑडिटोरियम समेत कई चिह्नित किए गए क्षेत्रों में संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखने और धरपकड़ के लिए तैनात रखा है.
वाहन चोरी का जिलेवार तुलनात्मक अध्ययन
वर्ष 2020 में सितंबर माह तक वाहन चोरी का आंकड़ा
वाहन | उत्तर जिला | दक्षिण जिला | पूर्व जिला | पश्चिम जिला |
दुपहिया वाहन | 309 | 947 | 1198 | 714 |
चौपहिया वाहन | 49 | 98 | 96 | 87 |
वर्ष 2021 में सितंबर माह तक वाहन चोरी का आंकड़ा
वाहन | उत्तर जिला | दक्षिण जिला | पूर्व जिला | पश्चिम जिला |
दुपहिया वाहन | 539 | 1127 | 1262 | 846 |
चौपहिया वाहन | 74 | 93 | 94 | 108 |