जयपुर. राजस्थान में खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करने वाली खाद्य प्रयोगशालाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल गई है. जिसके बाद राजस्थान की खाद्य प्रयोगशाला में होने वाली जांच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्य होगी. जिसके बाद प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने खुशी जाहिर की है.
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चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मिलावटखोरी पर नियंत्रण करने के लिए इन प्रयोगशालाओं को अलग-अलग जिलों में स्थापित किया गया था. उन्होंने बताया कि राज्य में खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच करने वाली राज्य खाद्य प्रयोगशालाएं जयपुर, अजमेर, भरतपुर, उदयपुर, जोधपुर, कोटा, बांसवाड़ा, अलवर और बीकानेर NABL मान्यता प्राप्त कर चुकी हैं. उन्होंने बताया कि इन खाद्य प्रयोगशालाओं की ओर से जारी जंच रिपोर्ट अब अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मान्य होगी.
राजस्थान पहला राज्य
चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 9 खाद्य प्रयोगशाला ऐसी हैं जो बड़े स्तर पर मिलावटी खाद्य पदार्थो की जांच करती है. हजारों की संख्या में सैंपल इन लैब में जांचने के लिए भेजे जाते हैं. इसके अलावा संपूर्ण भारत में राजस्थान राज्य ही एक मात्र ऐसा राज्य है जहां की 9 खाद्य प्रयोगशालाएं NABL मान्यता प्राप्त कर चुकी हैं.