जयपुर. कोविड स्वास्थ्य सहायकों (सीएचए) का धरना शहीद स्मारक पर मंगलवार को 26वें दिन भी जारी (the strike of Covid assistants continues) है. सीएचए अभ्यर्थियों की ओर से एक दल सरकार से वार्ता करने पहुंचा था, लेकिन सरकार और अभ्यर्थियों के बीच किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बन सकी. वार्ता पूर्ण रूप से विफल रही. सीएचए अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
सीएचए अभ्यर्थियों का दल और सरकार के प्रतिनिधि चिकित्सा सचिव डॉ पृथ्वी के बीच सचिवालय में वार्ता हुई. इस वार्ता के दौरान किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई. सीएचए संघर्ष समिति के अध्यक्ष रवि चावला का कहना है कि सरकार की ओर से लिखित में कोई आश्वासन नहीं दिया जा रहा. जब तक लिखित में कोई आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. इन अभ्यर्थियों का कहना है कि अधिकारियों की ओर से आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन मांगे कब पूरी होगी इसे लेकर कोई जवाब नहीं दे रहे.
वार्ता विफल होने के बाद सीएचए अभ्यर्थी एक बार फिर आंदोलन स्थल पर पहुंच गए. इसके अलावा अब अभ्यर्थियों की ओर से जिलों में भी आंदोलन शुरू कर दिया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है. इन कोविड सहायकों की मांग है कि सभी अभ्यर्थियों को संविदा कैडर में शामिल किया जाए और इनका एक्सटेंशन नियमित किया जाए. 25 हजार से अधिक सीएचए को हटायाः प्रदेश जब कोविड-19 संक्रमण की चपेट में था तब सरकार की ओर से सीएचए की भर्ती की गई थी.
लेकिन कोविड-19 संक्रमण के मामले कम होने के बाद सरकार ने 31 मार्च को इन सभी अभ्यर्थियों को हटा दिया. जिसके बाद बेरोजगार हुए इन अभ्यर्थियों ने शहीद स्मारक पर धरना देना शुरू कर दिया. बीते 25 दिन में कई विधायक और राजनीतिक दलों के नेता इन अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे और धर्मेंद्र राठौड़ से भी इन अभ्यर्थियों की वार्ता हुई थी. लेकिन इसके बावजूद कोई हल नहीं निकल पाया. अभ्यर्थियों का कहना है कि अब जिला मुख्यालयों पर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा और प्रदर्शन किए जाएंगे और जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानती तब तक अभ्यर्थी पीछे नहीं हटेंगे.