जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. चिकित्सा विभाग अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा रहा है. आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर बढ़ाए जा रहे हैं. चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में 40 हजार से अधिक आइसोलेशन बेड, 8 हजार से अधिक ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और 2 हजार के करीब आईसीयू बेड उपलब्ध हैं.
गंभीर रोगियों के लिए टोसिलोजुमाब और रेमडेसीवीर इंजेक्शन की आपूर्ति के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश के मौजूदा हालात की बात करें तो कुछ ही दिन में अस्पतालों में उपलब्ध संसाधन कम पड़ जाएंगे. ऐसे में बढ़ते संक्रमण के साथ संसाधन बढ़ाना विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी.
प्रदेश का मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर
प्रदेश में अब तक 35857 रोगियों को आइसोलेशन में रखा गया है. आइसोलेशन वार्ड में 1758 मरीज भर्ती हैं. प्रदेश में कुल ऑक्सीजन बेड की संख्या 10686 है. ऑक्सीजन बेड पर कुल 2072 मरीज भर्ती हैं. आईसीयू बेड 2268 हैं जिनमें से 504 पर मरीज हैं. प्रदेश में कुल 1646 वेंटीलेटर बेड हैं जिसमें से 256 पर संक्रमित मरीज भर्ती हैं. सरकारी संस्थानों में 121 आरटी-पीसीआर मशीन और 60 आरएनए एक्सट्रेक्टर मशीन उपलब्ध हैं. प्रदेश की 67 लैब में कोविड संक्रमण जांच हो रही है.
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बुजुर्ग नहीं, युवा ज्यादा संक्रमित
प्रदेश में एज ग्रुप के मुताबिक 44 साल के व्यक्ति अधिक संख्या में पॉजिटिव आ रहे हैं. इसे लेकर एक आंकड़ा भी जारी किया गया है. महिलाओं की तुलना में पुरुषों में संक्रमण के मामले सर्वाधिक हैं. चिकित्सा विभाग ने 38888 मरीजों से जुड़े आंकड़े पेश किए हैं.
एज ग्रुप के हिसाब से संक्रमण
जाहिर है कि कोरोना का असर कामकाजी पुरुषों, महिलाओं पर ज्यादा पड़ रहा है. रोजमर्रा घर से निकलने वाले लोग अपना खास खयाल रखें, क्योंकि इनके जरिए कोरोना घरों तक पहुंच रहा है.