जयपुर. ग्रेड पे 3600 सहित अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर पटवारी पिछले 21 दिन से शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. पटवारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है, तब तक वह धरना प्रदर्शन समाप्त नहीं करेंगे. धरना-प्रदर्शन के तहत 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश की महिला पटवारी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर अनशन पर बैठेंगी.
अपनी मांगों को लेकर पटवारी पिछले 14 महीने से लगातार संघर्ष कर रहे हैं. जिसके बाद मांगों के समर्थन में पटवारियों ने राजस्व मंडल अजमेर से जयपुर तक पैदल मार्च निकाला. पैदल मार्च में हजारों पटवारी जयपुर में शामिल हुए थे और विधानसभा का घेराव करने पहुंचे थे, लेकिन समझाइश के बाद 15 फरवरी से लगातार शहीद स्मारक पर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
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अपनी मांगों के समर्थन में पटवारी पेन डाउन हड़ताल भी कर चुके हैं, इसके बावजूद सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही. सरकार से 5 बार वार्ता भी हो चुकी है, इसके बावजूद भी सरकार से बात बनती नजर नहीं आ रही.
अपनी मांगों को लेकर पटवारी सीएमओ भी पहुंचे थे. उसके बाद मुख्य सचिव से वार्ता कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई बातचीत मुख्य सचिव से नहीं हुई है. 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है, इस अवसर पर राजस्थान पटवार संघ ने निर्णय किया है कि शहीद स्मारक पर प्रदेश की महिला पटवारी ही सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगी और अनशन करेंगीं. 9 मार्च से कार्य बहिष्कार की चेतावनी भी राजस्थान पटवार संघ की ओर से दी गई है.
कोरोना गाइडलाइन की नहीं हो रही पालना
शहीद स्मारक पर चल रहे धरने के दौरान कोरोना गाइडलाइन की पालना भी नहीं की जा रही है. न तो सोशल डिस्टनसिंग की पालना पटवारी कर रहे हैं और ना ही मास्क लगा रही है, जबकि प्रदेश मे कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.
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राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी होशियार सिंह ने कहा कि यदि सरकार हमारी मांग नहीं मानती है, तो हम उग्र आंदोलन करेंगे. प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने को लेकर होशियार सिंह ने कहा कि सभी पटवारियों ने मास्क लगाया हुआ है और सभी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में धरना स्थल पर ना तो सोशल डिस्टेंसिंग पालना की जा रही है और ना ही पटवारी मास्क लगा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार खुद ही कोरोना बढ़ा रही है, सरकार खुद ही हमें आंदोलन के लिए विवश कर रही है. 130 विधायकों ने हमारे मामले को लेकर डिजायर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को दी हुई है, फिर भी सरकार हमारी मांग पूरी नहीं कर रही.