जयपुर. प्रदेश में लगातार अवैध शराब का कारोबार बढ़ता जा रहा है. आए दिन अवैध शराब की बिक्री के मामले भी सामने आ रहे हैं. अब अवैध शराब के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए आबकारी विभाग अभियान चलाने की तैयारी कर रहा है. 1 सितंबर से 20 सितंबर तक आबकारी विभाग की ओर से विशेष निरोधात्मक अभियान चलाया जाएगा.
अवैध शराब के खिलाफ चलने वाले विशेष अभियान की मॉनिटरिंग जिला आबकारी अधिकारी करेंगे. फील्ड स्टाफ और अधिकारियों को बिना अनुमति के अवकाश नहीं मिलेगा. हरियाणा और पंजाब से आने वाली अवैध शराब पर आबकारी विभाग की निगरानी रहेगी. होटलों से बिकने वाली अवैध शराब पर भी कार्रवाई की जाएगी.
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इसके अलावा हाईवे पर ढाबों में होने वाली अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. 1 सितंबर से 20 सितंबर तक पूरे प्रदेश में विशेष निरोधात्मक अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत अवैध शराब पर कार्रवाई की जाएगी. जिन जिलों का अच्छा प्रदर्शन नहीं रहेगा, उन जिलों के अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी. आबकारी आयुक्त जोगाराम ने यह आदेश जारी किए हैं.
जानकार सूत्रों की मानें तो जयपुर में शराब माफिया होलसेल रेट से भी कम दामों में नकली ब्रांडेड शराब बेच रहे हैं. नकली शराब की बोतलों में मुनाफा अधिक होने के चलते माफिया यह पूरा खेल चला रहे हैं. इसलिए शराब ठेकों पर बोतल पर कोई बारकोड नहीं होता है. सूत्र बताते हैं कि अगर हर बोतल में बारकोड और बिल देने की व्यवस्था हो तब जाकर शराब की क्वालिटी की जांच हो सकती है. स्टॉक की जांच के साथ शराब की बोतल का सैंपल लेने का आबकारी विभाग के पास कोई प्लान नहीं है.
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सूत्रों के अनुसार अवैध शराब पर कार्रवाई के लिए पीओ की जिम्मेदारी होती है. लेकिन पीओ शराब की दुकानों पर हर रोज पहुंचते हैं. रात के 8 बजते ही दुकानों पर पहुंच कर बंद हो चुकी दुकानों का भी शटर बजाकर चेकिंग कर रहे हैं. जयपुर जिला आबकारी अधिकारी सुनील भाटी के मुताबिक तय समय के बाद दुकान खोलने की जांच करना निरीक्षक का काम है. इसके बावजूद भी अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर काम हो रहे हैं.