जयपुर. छोटी काशी के बड़े मंदिर अभी भी कोरोना के खौफ के चलते बंद हैं. हालांकि शहर के छोटे मंदिरों के पट खुल चुके हैं. ऐसे में देवस्थान विभाग के अधीन शहर के मंदिरों में ठाकुरजी की भोग-आरती सेवादारों और पुजारियों के भरोसे ही है. क्योंकि देवस्थान की ओर से मिलने वाली जून-जुलाई की भोग आरती सामग्री अब तक मंदिरों को नहीं मिली है. ऐसा बताया जा रहा है कि सुस्त सरकारी प्रक्रिया के चलते पुजारियों तक भोग सामग्री नहीं पहुंच पाई है.
गौरतलब है कि, शहर में देवस्थान विभाग के अधीन 34 मंदिर हैं. इनमें से 30 प्रत्यक्ष प्रभार के और 4 मंदिर आत्मनिर्भर श्रेणी के हैं. इन मंदिरों में कोरोना लॉकडाउन के दौरान अप्रैल-मई 2 महीने की भोग सामग्री भिजवा दी गई थी. इन मंदिरों के पुजारियों के अनुसार जून में तो अपने खर्चे से सामग्री मंगवाई गई. वहीं अब जुलाई का आधा महीना बीत चुका है लेकिन सेवादारों के ही भरोसे ठाकुरजी की भोग-आरती निर्भर है.
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बता दें कि प्रत्यक्ष प्रभार के मंदिरों को 2,500 से 3,500 रुपये तक की भोग सामग्री मिलती है. उधर, लॉकडाउन से पहले मंदिरों में 50 से 500 रुपये तक चढ़ावा आ जाता था लेकिन वह भी इन दिनों बंद है. क्योंकि श्रदालु मंदिर की तरफ रुख नहीं कर रहे हैं. ऐसे में देवस्थान विभाग के अधिकारियों की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते जून और जुलाई महीने की भोग-आरती की सामग्री अब तक नहीं मिली है.