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आज की टेक्नोफ्रेंडली जनरेशन को बुक रीडिंग कल्चर से जोड़ना जरूरीः सोनाली बेंद्रे

राजधानी में गुरुवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2020 के 13वें संस्करण का आगाज हो गया है. फेस्टिवल के पहले दिन गुरुवार को जेएलएफ में 'सोनाली बुक क्लब' सेशन में मेरु गोखले से चर्चा करते हुए सोनाली ने कैंसर के खिलाफ अपनी जर्नी शेयर की.

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2020 ,  Sonali Bendre News
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
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Published : Jan 23, 2020, 11:25 PM IST

जयपुर. कैंसर डायग्नोसिस होने वाला पल मेरे लिए बेहद कठिन था, एक पल के लिए सब कुछ ब्लैंक हो गया था. लेकिन मुझे हर तरफ पॉजिटिव लोग मिले, जिन्होंने मुझे काफी मोटिवेट किया. किसी भी बीमारी या लड़ाई से जीतने के लिए आपको पॉजिटिव एटीट्यूड और विल पावर की जरूरत होती है. यह कहना है कैंसर सरवाइवर बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे बहल का. गुरुवार को जेएलएफ में 'सोनाली बुक क्लब' सेशन में मेरु गोखले से चर्चा करते हुए सोनाली ने कैंसर के खिलाफ अपनी जर्नी शेयर की.

आज की टेक्नोफ्रेंडली जनरेशन को बुक रीडिंग कल्चर से जोड़ना जरूरीः सोनाली बेंद्रे

बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने कहा कि बीमारी के वक्त मुझे 99 फीसदी लोग सपोर्ट करने वाले मिले. उन्होंने कहा कि लोगों की दुआ और प्यार के साथ मैंने कैंसर को हराया. सोनाली ने कहा कि समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाना जरूरी है, जिससे आप अपने चाहने वालों को कुछ होने से रोक सकें.

पढ़ें- जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2020: प्रसून जोशी ने कविताओं से सजाई महफिल

सोनाली बुक क्लब के बारे में बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने कहा कि आज की जनरेशन को बुक रीडिंग से जोड़ना बेहद जरूरी है. इस टेक्नो फ्रेंडली जनरेशन को बुक रीडिंग कल्चर से रूबरू करवाना होगा. उन्होंने कहा कि मैं खुद एक बुक लवर हूं और लोगों को इससे जोड़ने के मकसद से ही साल 2017 में इसकी शुरुआत की. उन्होंने बताया कि पापा गवर्नमेंट सर्विस में थे और हर 2 साल में ट्रांसफर होते थे, ऐसे में बुक्स ही मेरी बेस्ट फ्रेंड हुआ करती थी, तब से ही बुक्स के साथ दोस्ती है और जो आज भी चली आ रही है.

पॉकेट मनी के लिए इंडस्ट्री में रखा कदम

बॉलीवुड करियर को लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने कहा कि इंडस्ट्री में आना सिर्फ एक संयोग था. उन्होंने कहा कि हायर स्टडीज को रखने और पॉकेट मनी के लिए ऐड शूट और फैशन शो से शुरुआत की थी, जो आगे बढ़ती गई. उन्होंने कहा कि आज की जनरेशन बहुत टैलेंटेड है, जो परफेक्शन के साथ अपने काम की शुरुआत करती है. उन्होंने कहा कि जब मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी तब कुछ खास समझ नहीं थी. उन्होंने कहा कि अगर उस वक्त मैं प्रोड्यूसर होती तो खुद को कभी कास्ट नहीं करती.

जयपुर. कैंसर डायग्नोसिस होने वाला पल मेरे लिए बेहद कठिन था, एक पल के लिए सब कुछ ब्लैंक हो गया था. लेकिन मुझे हर तरफ पॉजिटिव लोग मिले, जिन्होंने मुझे काफी मोटिवेट किया. किसी भी बीमारी या लड़ाई से जीतने के लिए आपको पॉजिटिव एटीट्यूड और विल पावर की जरूरत होती है. यह कहना है कैंसर सरवाइवर बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे बहल का. गुरुवार को जेएलएफ में 'सोनाली बुक क्लब' सेशन में मेरु गोखले से चर्चा करते हुए सोनाली ने कैंसर के खिलाफ अपनी जर्नी शेयर की.

आज की टेक्नोफ्रेंडली जनरेशन को बुक रीडिंग कल्चर से जोड़ना जरूरीः सोनाली बेंद्रे

बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने कहा कि बीमारी के वक्त मुझे 99 फीसदी लोग सपोर्ट करने वाले मिले. उन्होंने कहा कि लोगों की दुआ और प्यार के साथ मैंने कैंसर को हराया. सोनाली ने कहा कि समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाना जरूरी है, जिससे आप अपने चाहने वालों को कुछ होने से रोक सकें.

पढ़ें- जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2020: प्रसून जोशी ने कविताओं से सजाई महफिल

सोनाली बुक क्लब के बारे में बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने कहा कि आज की जनरेशन को बुक रीडिंग से जोड़ना बेहद जरूरी है. इस टेक्नो फ्रेंडली जनरेशन को बुक रीडिंग कल्चर से रूबरू करवाना होगा. उन्होंने कहा कि मैं खुद एक बुक लवर हूं और लोगों को इससे जोड़ने के मकसद से ही साल 2017 में इसकी शुरुआत की. उन्होंने बताया कि पापा गवर्नमेंट सर्विस में थे और हर 2 साल में ट्रांसफर होते थे, ऐसे में बुक्स ही मेरी बेस्ट फ्रेंड हुआ करती थी, तब से ही बुक्स के साथ दोस्ती है और जो आज भी चली आ रही है.

पॉकेट मनी के लिए इंडस्ट्री में रखा कदम

बॉलीवुड करियर को लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने कहा कि इंडस्ट्री में आना सिर्फ एक संयोग था. उन्होंने कहा कि हायर स्टडीज को रखने और पॉकेट मनी के लिए ऐड शूट और फैशन शो से शुरुआत की थी, जो आगे बढ़ती गई. उन्होंने कहा कि आज की जनरेशन बहुत टैलेंटेड है, जो परफेक्शन के साथ अपने काम की शुरुआत करती है. उन्होंने कहा कि जब मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी तब कुछ खास समझ नहीं थी. उन्होंने कहा कि अगर उस वक्त मैं प्रोड्यूसर होती तो खुद को कभी कास्ट नहीं करती.

Intro:जयपुर- कैंसर डायग्नोसिस होने वाला पल मेरे लिए बेहद कठिन था। एक पल के लिए सब कुछ ब्लेंक हो गया था लेकिन मुझे हर तरफ पॉजिटिव लोग मिले, जिन्होंने मुझे काफी मोटिवेट किया। किसी भी बीमारि या लड़ाई से जीतने के लिए आपको पॉजिटिव एटीट्यूड और विल पावर की जरूरत होती है। यह कहना है कैंसर सरवाइवर बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे बहल का। गुरुवार को जेएलएफ में 'सोनाली बुक क्लब' सेशन में मेरु गोखले से चर्चा करते हुए सोनाली ने कैंसर के खिलाफ अपनी जर्नी शेयर की। सोनाली ने कहा कि बीमारी के वक्त मुझे 99 फीसदी लोग सपोर्ट करने वाले मिले। आप लोगों की दुआ और प्यार के साथ मैंने कैंसर को हराया। सोनाली ने कहा कि समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाना जरूरी है जिससे आप अपने चाहने वालों को कुछ होने से रोक सकें।

बुक्स से स्कूल टाइम से दोस्ती चली आ रही है। अपने बुक क्लब के बारे में उन्होंने कहा कि आज की जनरेशन को बुक रीडिंग से जोड़ना बेहद जरूरी है। इसे टेक्नो फ्रेंडली जनरेशन को बुक रीडिंग कल्चर से रूबरू करवाना होगा। मैं खुद एक बुक लवर हूं और लोगों को इससे जोड़ने के मकसद से ही साल 2017 में इसकी शुरुआत की। अपने बुक लव के बारे में उन्होंने बताया कि पापा गवर्नमेंट सर्विस में थे और हर 2 साल में ट्रांसफर होते थे ऐसे में बुक्स ही मेरी बेस्ट फ्रेंड हुआ करती थी। तब से ही बुक्स के साथ दोस्ती है और जो आज भी चली आ रही है।


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पॉकेट मनी के लिए इंडस्ट्री में रखा कदम
अपने बॉलीवुड करियर को लेकर उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में आना सिर्फ एक संयोग था। अपनी हायर स्टडीज कंटिन्यू रखने और पॉकेट मनी के लिए ऐड शूट और फैशन शो से शुरुआत की थी, जो आगे बढ़ती गई। उन्होंने कहा कि आज की जनरेशन बहुत टैलेंटेड है, जो परफेक्शन के साथ अपने काम की शुरुआत करती है वही अपने बारे में उन्होंने कहा कि जब मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी तब कुछ खास समझ नहीं थी अगर उस वक्त में प्रड्यूसर होती तो खुद को कभी कास्ट नहीं करती।


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