जयपुर. कर्मचारियों और अधिकारियों की लेटलतीफी को रोकने के लिए चल रहा प्रशासनिक सुधार विभाग का एक्शन जारी है. अब ये एक्शन सचिवालय से निकल कर अन्य विभागों तक पहुंच गया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को प्रशासनिक सुधार विभाग की टीम ने एसएमएस, उद्योग भवन और स्वास्थ्य भवन का औचक निरीक्षण किया.
प्रशासनिक सुधार विभाग के इस एक्शन के चलते सभी विभागों में हड़कंप मच गया. दरअसल, प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से चल रहा औचक निरीक्षण का अभियान शुक्रवार को चौथे दिन सचिवालय से बाहर के दफ्तरों तक पहुंच गया है. प्रशासनिक सुधार विभाग की टीम सहायक सचिव अनिल चतुर्वेदी के नेतृत्व में सुबह 8 बजे एसएमएस अस्पताल में औचक निरीक्षण के लिए पहुंची.
जहां 21 उपस्थिति रजिस्टर जब्त किए गए. एसएमएस अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और नर्सेज स्टाफ का कार्यस्थल पर पहुंचने का समय 8 बजे का है. ऐसे में अब प्रशासनिक विभाग ये जांच कर रहा है कि कितने कर्मचारी समय पर उपस्थित हुए और कितने अनुपस्थित रहे. उसके बाद प्रशासनिक सुधार विभाग की टीमों ने उद्योग भवन एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य भवन का औचक निरीक्षण किया.
जहां पर पहुंची टीम ने सुबह 9.40 पर उपस्थिति पंजिका जब्त की. स्वास्थ्य विभाग में 43 और उद्योग भवन में 71 उपस्थिति पंजीकाएं जब्त की गई. इन सभी की जांच की जा रही है. उसके बाद ये आंकड़ा सामने आ पाएगा कि कितने कर्मचारी और अधिकारी अनुपस्थित रहे.
बता दें कि प्रशानिक सुधार विभाग की ओर से कर्मचारी और अधिकारियों की लेटलतीफी की शिकायतों की बीच एक अक्टूबर से औचक निरीक्षण अभियान शुरू किया गया था. पहले तीन दिन ये अभियान शासन सचिवालय में चला. जहां पर पहले दिन 71 से 72 फीसदी तक कर्मचारी और अधिकारी अनुपस्थित पाय गए थे.
हालांकि ये अनुपस्थिति का आंकड़ा तीसरे दिन तक आते आते 7 फीसदी से 16 फीसदी तक पहुंच गया था. सूत्रों की मानें तो प्रशासनिक सुधार विभाग का यह औचक निरीक्षण अभियान आगे भी अन्य विभागों पर जारी रहेगा. इससे पहले प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर भी एक विशेष औचक निरीक्षण टीम गठित करने के निर्देश दिए थे. ताकि प्रदेश के जिलों में कर्मचारियों और अधिकारियों के दफ्तर आने के समय पर निगरानी रखी जा सके.