रेनवाल (जयपुर). जिले के रेनवाल कस्बे में आजादी से पहले का संचालित उप डाकघर का आज भी खुद का भवन नहीं है. वहीं आजादी के 73 साल बाद भी किराए के मकान में उपडाकघर चलता आ रहा है. लंबा समय गुजर जाने के बाद भी डाक विभाग ने खुद का भवन नहीं बनाया है, जबकि करीब 40 हजार की आबादी वाला रेनवाल फुलेरा विधानसभा का सबसे बड़ा कस्बा है.
बता दें कि शुरुआत में उप डाकघर रेनवाल खास में संचालित था. वहीं बाद में यह मंडी में चला गया, उसके बाद गढ़वाली स्कूल के एक पुराने मकान में वर्षों तक चलता रहा. जानकारी के मुताबिक यह अब पिछले 8 साल से चौमू दरवाजा सूरज भवन के एक मकान में किराए पर चल रहा हैं.
शहर के एक कोने में संचालित पुराने से मकान में संचालित उपडाकघर में सुविधाओं का अभाव है. यहां तक भवन में टॉयलेट की भी सुविधा नहीं है, जिससे कई बार उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं डाक विभाग ने करीब छह माह पहले शहर में अच्छी लोकेशन में उपडाकघर शिफ्ट करने का समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित करवाया था.
जिसके बाद आधा दर्जन लोगों ने भवन का नक्शा, कागजात लगाकर आवेदन किया, लेकिन छह माह गुजर जाने पर भी कोई कदम नहीं उठाया. वहीं जागरूक लोगों ने डाक विभाग के उप डाकघर को डाकघर में क्रमोन्नत के साथ खुद के भवन या अच्छे लोकेशन के किराए के भवन में शिफ्ट करने की मांग की है.
वहीं इस संबंध में मनोहर पीपलीवाल, अधीक्षक डाकघर जयपुर ने बताया कि रेनवाल में उप डाकघर के लिए किराया का भवन हेतु आवेदन मांगे गए थे. तभी कोरोना वायरस के बाद लगे लॉकडाउन की वजह से आगे की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई. अब शीघ्र आवेदनों की जांच व फिजिकल वेरिफिकेशन कर भवन लेने की कार्रवाई की जाएगी.