जयपुर. राजस्थान विधानसभा सदन की कार्यवाही 16 मार्च के बजाय 26 मार्च तक स्थगित करने के निर्णय का भाजपा विधायकों ने विरोध किया है. विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ के अनुसार सदन की कार्यवाही स्थगित करने का कारण कोरोना वायरस नहीं, बल्कि कांग्रेस के भीतर फैले असंतोष का वायरस है.
वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने 26 मार्च को ही सदन की कार्यवाही बुलाए जाने पर भी सवाल खड़ा किया है. वह साफ तौर पर यह भी कह डाला कि 16 मार्च को मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार का शक्ति प्रदर्शन है, शायद इसलिए ही सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाई गई है.
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के नेतृत्व में भाजपा विधायकों का एक दल स्पीकर सीपी जोशी के चेंबर में पहुंचा और जोशी से मुलाकात कर अपनी आपत्ति भी जताई.
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प्रतिनिधिमंडल ने जोशी के इस निर्णय को विधानसभा की परंपराओं के खिलाफ बताया और यह भी कहा कि यदि सदन स्थगित करने का समय बढ़ाया ना ही था तो पहले आपस में चर्चा कर ली जाती तो बेहतर होता.
कटारिया के अनुसार भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में राजेंद्र गहलोत के साथ ओंकार सिंह लखावत को भी खड़ा कर दिया, जिसका भय भी शायद प्रदेश सरकार को हो सकता है, जिसके चलते सदन की कार्रवाई 16 मार्च के बजाय 26 मार्च तक स्थगित कराई गई हो.
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कटारिया ने कहा कारण चाहे जो भी हो लेकिन, विधानसभा का नियम है कि जो कामकाज कार्य सलाहकार समिति की बैठक में तय हो जाता है उसी के अनुसार विधानसभा चलती है.
गौरतलब है कि विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति ने आगामी 16 मार्च तक का विधानसभा का कामकाज तय किया था लेकिन, शुक्रवार को सदन की कार्रवाई 16 मार्च तक स्थगित करने के बजाय 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई, जिसके बाद भाजपा विधायकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया.