जयपुर. विश्व क्षय रोग दिवस (world tuberculosis day 2022) के मौके पर जयपुर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान टीबी रोग की रोकथाम के लिए बेहतर कार्य करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित किया गया. एनएचएम निदेशक डॉ जितेंद्र सोनी ने कहा कि राजस्थान को टीबी मुक्त बनाना पहला लक्ष्य है.
विश्व टीबी दिवस पर मंगलवार को राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जा रहा है. टीबी के प्रति जागरूकता (tuberculosis awareness in jaipur) फैलाकर इस रोग को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. समारोह में अलग अलग विशेषज्ञ ने टीबी को लेकर व्याख्यान दिए. टेक्निकल सेशन के दौरान बच्चों में टीबी रोग, इसका डाइग्नोस्टिक और ट्रीटमेंट सहित कई विषयों पर विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी राय रखी.
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डॉ. सोनी ने कहा कि इस वर्कशॉप का महत्व तभी है जब सब सरकारी कार्मिक गांव-गांव के अंतिम छोर तक पहुंचकर टीबी रोगियों की पहचान करके उन्हें इलाज के लिए अस्पताल तक पहुचाएंगे. साथ ही 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने के उद्देश्य के लक्ष्य को लेकर काम करेंगे. उन्होंने बताया कि विश्व के 26 प्रतिशत टीबी के मरीज अकेले भारत में हैं और इनमें से 7 फीसदी राजस्थान में हैं. समारोह में एनएचएम निदेशक डॉ. जितेन्द्र सोनी, निदेशक डॉ. वी के माथुर, स्टेट टीबी ऑफिसर डॉ. विनोद गर्ग, अलग अलग जिलों से आए नोडल ऑफिसर आदि मौजूद थे.
1 लाख से अधिक मरीज नोटिफाईः राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ विनोद गर्ग ने बताया कि वर्ष 2021 में प्रदेश भर में 1 लाख 50 हजार मरीजों को नोटिफाई किया गया था. प्रदेश में 130 मशीनें टीबी के इलाज के लिए उपलब्ध हैं. आने वाले समय में हर ब्लाक में यह मशीनें उपलब्ध हो सकेंगी. उन्होंने कहा कि निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी संक्रमित मरीजों को 500 प्रतिमाह सहायता राशि दी जा रही है.