जयपुर. विश्व क्षयरोग दिवस के मौके पर बुधवार को जयपुर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा मुख्य अतिथि रहे, जिन्होंने वर्चुअली समारोह में शिरकत की. इस मौके पर कोविड-19 के प्रभाव और उनका सामना करने की शमन रणनीतियों पर चर्चा की गई. साथ ही राज्य और जिला टीबी अधिकारियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया.
शहर के एक निजी होटल में आयोजित हुए राज्य टीबी विचार गोष्ठी में स्वास्थ्य सचिव डॉ के.के. शर्मा, राज्य टीबी अधिकारी डॉ. विनोद गर्ग सहित राज्य स्वास्थ्य विभाग और टीबी कार्यक्रम के अधिकारी मौजूद रहे. इस मौके पर टीबी सेवाओं के बारे में निश्चय पत्रिका का विमोचन भी किया गया. साथ ही प्रदेश के 6 जिलों के जिलाधिकारियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया.
इस मौके पर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने ऑनलाइन अपने सम्बोधन में कहा कि, राज्य में मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली की स्थापना और नए हस्तक्षेपों के प्रयोग से कोविड-19 का सामना करने में उनके प्रयासों को मदद मिली और अन्य संक्रमित रोग जैसे टीबी के उन्मूलन में तेजी आई. इसके लिए अन्य महत्वपूर्ण रणनीतियों को शुरू करेंगे.
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जिसमें यह सुनिश्चित करने के लिए समुदाय स्तरीय संलग्नता शामिल होगी कि जमीनी स्तर पर जन आंदोलन अभियान की शुरुआत की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार करने और गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य देखभाल की गारंटी प्रदान करने की तरफ भी कार्य कर रहे हैं.
वहीं, मीडिया से मुखातिब होते हुए राज्य टीबी अधिकारी डॉ. विनोद गर्ग ने उम्मीद जताई कि राजस्थान वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त होने के कगार पर है. उन्होंने कहा कि, हमारे लिए यह विश्वास करना जरूरी है कि यदि हम कम ज्ञात वायरस से लड़ सकते हैं, तो निश्चित रुप से अपने बीच टीबी को भी दूर कर सकते हैं. जो ज्ञात और पुरानी बीमारी है. इस बारे में सरकार सक्रिय केस खोज अभियानों के माध्यम से छूटे हुए केसों की पहचान करते हुए अपना इस तरफ फोकस रख रही है और टीबी उन्मूलन प्रयासों के हिस्से के रूप में निजी क्षेत्र के साथ अपनी संलग्नता का विस्तार कर रही है.