जयपुर. वर्ष 2018 में की गई सफाई कर्मचारियों की भर्ती में तत्कालीन बीजेपी सरकार ने वाल्मीकि समाज के हितों और नियमों को ताक पर रखकर दूसरे समाज के लोगों की भर्ती की. आज वह कर्मचारी दफ्तर में बैठे हैं. राज्य कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष बने किशनलाल जैदिया शुक्रवार को ग्रेटर नगर निगम पहुंचे और पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर निशाना (Kishanlal Zaidiya targeted BJP) साधते हुए ये आरोप लगाया. नगरीय निकायों के कर्मचारियों के साथ उनकी समस्याओं को लेकर मंथन के दौरान उन्होंने स्पष्ट शब्दों में ये भी कहा कि कांग्रेस ने ही वाल्मीकि समाज की समस्याओं को दूर किया है और 2023 के चुनाव में वाल्मीकि समाज उनका साथ देगा.
राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष किशनलाल जैदिया वाल्मीकि समाज के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक बिंदुओं पर चिंतन करने के लिए ग्रेटर नगर निगम पहुंचे थे. इस दौरान प्रदेश के विभिन्न नगरीय निकायों के सफाई कर्मचारी और भाई श्रमिक संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान जैदिया ने कर्मचारियों के पुनर्वास को लेकर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि जो सरकार सफाई कर्मचारियों के दुख को समझती है, वाल्मीकि समाज उनके साथ है.
पढ़ें. विपक्ष के आरोपों पर CM का पलटवार, ट्वीट कर लिखा- उन लोगों को अर्थव्यवस्था की समझ नहीं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुरानी पेंशन लागू कर सराहनीय कदम उठाया है. इससे निकायों के सफाई कर्मचारियों को भी लाभ मिलेगा. उन्होंने पूर्वर्ती बीजेपी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि 2018 में बीजेपी ने वाल्मीकि समाज के हितों को ताक पर रख दूसरे समाज के लोगों को भी सफाई कार्य में लगा दिया, जो आज दफ्तर में बैठे हैं और सफाई का कार्य भी नहीं कर रहे.