जयपुर. भाजपा स्टार प्रचारक सूची में शामिल 30 नेताओं में से जो प्रमुख नेता पूरे प्रचार अभियान से ही दूर रहे उनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश सह प्रभारी भारती बेन, भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव, भाजपा सांसद ओम प्रकाश माथुर और किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का नाम शामिल है. ये वह नाम हैं जो उपचुनाव प्रक्रिया व प्रचार अभियान से पूरी तरह दूर रहे.
ये नेता नामांकन कार्यक्रम तक रहे सीमित...
भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल कुछ नेता ऐसे भी हैं जो राजस्थान की 3 सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान पहले तो नजर आए, लेकिन जब चुनाव प्रचार परवान पर था तब उन्होंने इससे दूरी बनाए रखी. इस फेहरिस्त में पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह का नाम शामिल है. अरुण सिंह नामांकन कार्यक्रम में तो उपचुनाव क्षेत्र में नजर आए, लेकिन स्टार प्रचारकों की सूची जारी होने के बाद वह प्रचार में नजर नहीं आए. वहीं, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर राजस्थान के उपचुनाव प्रचार के बजाय बाहरी राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में ज्यादा व्यस्त रहे. हालांकि, बीच में एक दो बार इन्होंने अपना रुख उपचुनाव क्षेत्रों में जरूर किया था, लेकिन अधिकतर समय यह राजस्थान से बाहर रहे.
पढ़ें : CM गहलोत की आम जनता से अपील, 'कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक साबित हो रही है, सावधान रहें'
बाहरी राज्यों में विधानसभा चुनाव रहा कारण...
उपचुनाव के लिए जारी भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल अधिकतर बड़े नेता पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त रहे. इनमें राजस्थान से आने वाले तीन में से 2 केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही कई अन्य नाम भी शामिल है. हालांकि, समय-समय पर तीनों ही केंद्रीय मंत्री राजस्थान में भी उपचुनाव क्षेत्रों में प्रचार अभियान में शामिल हुए हैं और पार्टी के पक्ष में प्रचार भी किया. वहीं, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 6 अप्रैल के बाद सुजानगढ़ में मोर्चा संभाला हुआ है.
प्रचार अभियान से दूरी के ये हैं तर्क...
उपचुनाव प्रचार अभियान से दूर रहने वाले नेताओं के अपने कारण हैं. बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बहू निहारिका का स्वास्थ्य खराब है, जिसके चलते उपचुनाव से वे पूरी तरह दूर रहीं. वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी के परिवार में कोरोना पॉजिटिव आने से वे चुनाव प्रचार से दूर रहे. इसी तरह भारती बेन जिस सोसाइटी में रहती हैं, वहां पर 15 से ज्यादा करोना पॉजिटिव आ गए. जिसके चलते वह चुनाव प्रचार में नहीं आ पाईं. जबकि राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव बाहरी राज्यों में विधानसभा चुनाव में व्यस्त रहे.