जयपुर. पोष शुक्ल की प्रतिपदा गुरुवार को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही मकर सक्रांति का पर्व मनाया जाएगा. मकर संक्रांति पर पंच ग्रह योग रहेगा. इसके तहत बुधवार को मकर राशि में चंद्रमा का प्रवेश और सूर्य का 14 जनवरी को 8:15 बजे मकर राशि में प्रवेश होने के साथ ही मकर राशि में पहले से चल रहे बुध, गुरु और शनि के होने से पंचग्रही योग बनेगा, जो कि 59 साल बाद बन रहा है.
ज्योतिषाचार्य पंडित पुरुषोत्तम गौड़ के अनुसार सुबह 8:15 बजे सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे. वहीं सूर्योदय प्रातः 7:20 बजे पर और सूर्यास्त सायंकाल 5:50 बजे पर होगा. इस बार संक्रांति सिंह पर सवार होकर वैश्य के घर में प्रवेश कर रही है. संक्रांति का उप वाहन हाथी है. नक्षत्र नाम महोदरी होने से असामाजिक तत्वों की वारदातें बढ़ सकती है, लेकिन विद्वान लोगों, वैज्ञानिकों, शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए यह संक्रांति अच्छी रहेगी.
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ज्योतिष में सूर्य के राशि प्रवेश के समय बनाने वाली संक्रांति कुंडली से आगामी 30 दिनों के राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक परिवेश के विषय में फलकथन किया जाता है. सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश के साथ मलमास के समाप्त होगी. धनुमास के समाप्ति के 5 दिन बाद गुरु अस्त होंगे, लेकिन उसके पूर्व के 3 दिन वर्ध्दत्व दोष होने के कारण 16 जनवरी शनिवार से ही मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे. वहीं गृह प्रवेश, नामकरण आदि के शुभ कार्य 15 जनवरी को ही संपन्न हो सकेंगे.