जयपुर. शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए तैयार किए जा रहे सोडाला एलिवेटेड, द्रव्यवती नदी, सात चौराहों को ट्रैफिक सिग्नल फ्री जैसे प्रोजेक्ट और पट्टे बांटने के लिए चल रहे प्रशासन शहरों के संग अभियान की जिम्मेदारी अब नए कंधों पर है. जयपुर विकास प्राधिकरण के नवनियुक्त आयुक्त रवि जैन के सामने न सिर्फ पुराने प्रोजेक्ट को पूरा करने बल्कि नए प्रोजेक्ट (Ravi Jain speak on pending and new projects) लाते हुए जेडीए की बिगड़ी वित्तीय स्थिति को सुधारने का भी दायित्व होगा. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए जेडीसी रवि जैन ने रोडमैप साझा किया. उन्होंने जेडीसी में लैंड बैंक पर काम करने की बात कही है.
जेडीसी पद पर कार्यभार ग्रहण करने के बाद रवि जैन ने कहा कि आम जनता से जुड़े हुए महकमों में से जेडीए एक है. जयपुर शहर की प्लांड डेवलपमेंट के लिए जेडीए बहुत प्रयास कर रहा है. शहरवासियों की बहुत सी समस्याएं भी होती हैं. पट्टे, मैप और नाम हस्तांतरण से जुड़े प्रकरण जेडीए के नियमित कार्य में शुमार हैं. जिन्हें सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से कराया जा रहा है. साथ ही लोगों की सुविधा के लिए इस व्यवस्था को ऑनलाइन भी चलाया जा रहा है. लेकिन फिलहाल प्रशासन शहरों के संग अभियान एक बड़ी चुनौती है. हालांकि अब तक जेडीए की अभियान में अग्रणी भूमिका रही है, और आगे भी ज्यादा से ज्यादा पट्टे बांटकर आमजन को राहत दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रॉपर मॉनिटरिंग की आवश्यकता है. वहीं रोड इंफ्रास्ट्रक्चर और दूसरे प्रोजेक्ट को लेकर रवि जैन ने कहा कि जयपुर के विकास और वर्ल्ड क्लास सिटी को देखते हुए जयपुर में कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं. फोकस यही रहेगा कि ये सभी प्रोजेक्ट तय समय सीमा पर पूरे हों. ये एक बड़ी चुनौती है, जिस पर पार पाया जाएगा.
वहीं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के विजन 2022 से जुड़े प्रोजेक्ट को लेकर रवि जैन ने कहा कि किसी भी बड़े शहर में ट्रैफिक बड़ी समस्या होती हैं. जिसकी वजह से लोगों को काफी समय भी लगता है. लेकिन यदि इसकी सही प्लानिंग की जाए, तो ट्रैफिक का सुचारू आवागमन हो सकता है. यूडीएच मंत्री ने कुछ चौराहों को चिह्नित कर उन्हें ट्रैफिक सिग्नल फ्री बनाने का विजन देखा है. जिस पर काम किया जा रहा है, अब इसकी गति भी बढ़ाई जाएगी.
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जेडीसी ने सोडाला एलिवेटेड, झोटवाड़ा एलिवेटेड, द्रव्यवती नदी जैसे बड़े प्रोजेक्ट को लेकर रवि जैन ने कहा कि ये प्रोजेक्ट राज्य सरकार की प्राथमिकता है. फिलहाल कार्यभार ग्रहण किया है. जल्द इन सभी का मौका मुआयना कर प्रोजेक्ट में आ रही समस्याओं को दूर किया जाएगा. कोशिश यही रहेगी कि जो बड़े प्रोजेक्ट पूरे होने की कगार पर हैं, उनका जल्द आम जनता को लाभ मिल सके. इसके अलावा आईपीडी टावर, गांधी दर्शन म्यूजियम, राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर जैसे प्रोजेक्ट को तय सीमा पर पूरा करने का लक्ष्य है.
इसके अलावा सेंट्रल स्पाइन, लोहा मंडी, न्यू ट्रांसपोर्ट नगर जैसे पुराने प्रोजेक्ट जिनसे जेडीए की वित्तीय स्थिति सुधर सकती है. इन प्रोजेक्ट को लेकर रवि जैन ने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों से प्राइमरी रूप में बात जरूर हुई है. लेकिन इन प्रोजेक्ट को लेकर विस्तृत चर्चा के बाद ही समस्या का समाधान निकाला जाएगा. अमूमन इस तरह की योजनाएं ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई जाती हैं. कुछ योजनाएं पर्टिकुलर क्षेत्र को हब बनाने के लिए भी लाई जाती हैं. साथ ही जेडीए को उससे कुछ रेवेन्यू भी मिलता है. ऐसी योजनाओं को पूरा करने के साथ-साथ नई परियोजनाएं लाने पर भी फोकस रहेगा, ताकि जेडीए की आय भी हो और जनता को सहूलियत भी मिले.
आखिर में जयपुर विकास प्राधिकरण की बिगड़ी हुई वित्तीय स्थिति को लेकर रवि जैन ने कहा कि जेडीए के वित्तीय संसाधनों में सबसे प्रमुख लैंड बैंक है. इन्हें खोजा जाएगा और फिर ऑक्शन किया जाएगा. साथ ही जेडीए की जिन जमीनों पर अतिक्रमण हो रहा है, उन्हें खाली कराकर भी लैंडबैंक बनाया जा सकता है. इस पर भी काम किया जाएगा.