जयपुर. अंगदान महादान. अंगदान के जरिए व्यक्ति किसी को भी नई जिंदगी दे सकता है. इसी सोच को लेकर प्रदेश में सोटो और रोटो की ओर से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. एसएमएस मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को अंगदान को लेकर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेशभर के अंगदान को-ऑर्डिनेटर और सर्जन शामिल हुए. सेमिनार में चंडीगढ़ से आई रोटो की टीम ने भी हिस्सा लिया.
सेमिनार में उपस्थित डॉक्टर्स ने बताया कि आज प्रदेश में अंगदान के लिए लोग आगे आने लगे हैं. एक व्यक्ति के अंगदान से 5 लोगों को नया जीवनदान मिल सकता है. सेमिनार में प्रदेशभर के अंगदान को-ऑर्डिनेटर और सर्जन ने भी अंगदान के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में अवगत करवाया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अभी भी चिकित्सा विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को जागरूक करने की जरूरत है.
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सोटो के कंसल्टेंट डॉ. मनीष शर्मा ने बताया कि कई बार मरीज के ब्रेन डेड होने के बाद भी परिवार वाले अंधविश्वास के चलते अंगदान के लिए मना कर देते हैं. लेकिन व्यक्ति के ब्रेन डेड होने के बाद वो कई लोगों को नया जीवन दे सकता है और दुनिया में अंगदान से बड़ा कोई दान नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत देश सबसे बड़ा दानवीर देश के रूप में जाना जाता है. इसी तरह समय के साथ-साथ लोगों में अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी.