जयपुर. विधायकों की खरीद-फरोख्त प्रकरण में एसओजी की ओर से एफआईआर दर्ज करने के बाद अब जांच को काफी तेज कर दिया गया है. इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच के लिए एसओजी एडीजी आलोक राठौड़ ने एक स्पेशल विंग का गठन करने के आदेश जारी किए हैं. एसओजी के एक डीआईजी के नेतृत्व में चार पुलिस अधिकारियों की स्पेशल टीम का गठन किया गया है.
पढ़ें: राजस्थान की सीमाओं पर अचानक बढ़ाई गई नाकाबंदी, PHQ से आदेश जारी
विधायकों की खरीद-फरोख्त प्रकरण की जांच करने के लिए गठित की गई स्पेशल विंग को प्रकरण में लिप्त लोगों की गिरफ्तारी करने की पावर भी सौंपी गई है. एसओजी एडीजी आलोक राठौड़ ने विधायकों की खरीद-फरोख्त प्रकरण में एसओजी की ओर से आईपीसी की धारा 124 ए और 120 बी में दर्ज की गई एफआईआर की जांच करने के लिए एक स्पेशल विंग का गठन किया है. एसओजी के डीआईजी शरत कविराज के सुपर विजन में 4 सदस्यों की एक टीम का गठन किया गया है.
![MLA Purchase Case Investigation, Rajasthan MLA Purchase Case](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-05-sog-wing-mla-av-7203316_11072020213457_1107f_03243_26.jpg)
पढ़ें- MLA होर्स ट्रेडिंग केस में SOG ने 2 लोगों को किया गिरफ्तार, जानिए कौन हैं ये...
टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एटीएस हरिप्रसाद सोमानी, उप अधीक्षक पुलिस एटीएस मनीष शर्मा, पुलिस निरीक्षक एटीएस कामरान खान और पुलिस निरीक्षक सीसीपीस सुनील शर्मा को शामिल किया गया है. इस स्पेशल विंग में शामिल प्रत्येक सदस्य को प्रकरण की गहनता से अनुसंधान करने और प्रकरण में लिप्त लोगों को गिरफ्तार करने की पावर सौंपी गई है. विधायकों की खरीद-फरोख्त का प्रकरण एसओजी द्वारा दर्ज किया गया है, लेकिन इसकी जांच के लिए जिस स्पेशल विंग का गठन किया गया है. उसमें एटीएस के अधिकारियों को शामिल किया गया है.