जयपुर. बजरी मासिक बंधी प्रकरण में राजस्थान एसओजी ने बड़ी कार्रवाई की है. एसओजी ने एपीओ चल रहे आरपीएस विजय सेहरा को छोटी दीपावली की देर शाम पकड़ा गया है. आरोप है कि आरपीएस विजय सेहरा ने दूदू सीओ रहते हुए बजरी माफियाओं से सांठगांठ कर मासिक बंधी का खेल शुरू किया था. जिसका खुलासा होने के बाद गृह विभाग ने विजय सेहरा को एपीओ करने के आदेश दिए थे और इस पूरे प्रकरण की जांच राजस्थान एसओजी को सौंपी गई.
एसओजी इस पूरे प्रकरण में कड़ी से कड़ी मिलाते हुए जांच कर रही है. प्रकरण में अब एसओजी ने विजय सेहरा को पकड़ा है. विजय को पकड़ने के बाद एसओजी उसे मुख्यालय लेकर गई. जहां एसओजी के अधिकारी विजय सेहरा से पूछताछ कर रहे हैं.
गौरतलब है कि 27 मई को जयपुर जिला ग्रामीण के फागी थाना इलाके में बजरी के अवैध डंपर को पुलिस ने सीज कर चालक को गिरफ्तार किया था. आरोपी चालक से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ था कि वह दूदू सीओ विजय सेहरा को प्रति डंपर 3 हजार रुपये की बंधी देता है. आरोपी चालक बजरी के डंपर को जयपुर शहर में लाने से पहले वाट्सएप के जरिए दूदू सीओ को सूचना भेजता था और फिर पुलिस उस डंपर के खिलाफ किसी भी तरह का एक्शन नहीं लेती थी.
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इस पूरे प्रकरण का खुलासा होने के बाद कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी. जयपुर जिला ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने फागी थानाधिकारी हरिमोहन और माधोराजपुरा चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया. इसके साथ ही गृह विभाग ने मामला संज्ञान लेते हुए आरपीएस विजय सेहरा को एपीओ कर दिया था. हालांकि विजय एक दलाल के माध्यम से बजरी माफियाओं से मासिक बंधी वसूलता था, जोकि अभी फरार चल रहा है. बताया जा रहा है कि आरपीएस विजय गिरफ्तार किए गए आरोपी से 11 लाख रुपये ले चुका था. फिलहाल प्रकरण में एसओजी की जांच लगातार जारी है. जिसमें कई अन्य खुलासे होने की भी संभावना है.