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बड़ी खबर: भाजपा के मानेसर और भोपाल में होटल बुक, एक बार फिर बाड़ेबंदी के संकेत

प्रदेश में चल रही सियासत उठापटक के बीच सख्त हुई नाकाबंदी ने सियासत को गर्मा दिया है. विशेष सूत्रों की मानें तो एक बार फिर बाड़ेबंदी हो सकती है. सरकार के पास इंटेलीजेंस से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी ने मानेसर और भोपाल में होटल बुक कराई है. इतना ही नहीं सीएम गहलोत के विरोधी खेमे के माने जाने वाले करीब 12 विधायक लापता हैं. जिसके चलते राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं.

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एक बार फिर बाड़ेबंदी के दिये संकेत
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Published : Jul 11, 2020, 9:58 PM IST

Updated : Jul 11, 2020, 10:04 PM IST

जयपुर. राजस्थान में एक बार फिर सियासी उलटफेर को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. जहां एक ओर सरकार बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रही है. वहीं दूसरी ओर एसओजी ने ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो विधायकों से संपर्क साध रहे थे. लेकिन इन सबके बीच सरकार के पास खुफिया एजेंसी ने दो महत्वपूर्ण इनपुट दिए हैं. जिसके बाद प्रदेश की गहलोत सरकार पूरी तरीके से ना केवल हरकत में है बल्कि अलर्ट मोड पर आ गई हैं.

एक बार फिर बाड़ेबंदी के दिये संकेत

खुफिया सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में होटल बुक कराए है. इसके साथ ही जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार दिन भर अपने विधायक और मंत्रियों के साथ में वन-टू-वन मुलाकात करते रहे. इतना ही नहीं खुफिया एजेंसियों ने यह भी जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विरोधी खेमे के माने जाने वाले 12 से अधिक विधायक लापता है. उनके मोबाइल फोन भी स्विचऑफ आ रहे.

पढ़ें: हरियाणा के होटल आईटीसी ग्रैंड पहुंच सकते हैं राजस्थान के विधायक, हलचल तेज

खुफिया एजेंसियों की सूचना को बल इस लिए भी माना जा रहा है कि प्रदेश में पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद नाकाबंदी को बढ़ा दिया गया है. प्रदेश में इन दिनों कोई बड़ी वारदात नहीं होने के बावजूद अचानक बड़े स्तर पर हुई नाकाबंदी से राजनीति मायने भी निकाले जा रहे है. इंटेलिजेंस से मिली सूचना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद पूरी तरीके से सक्रिय हो गए हैं. उन्होंने अपने मंत्रिमंडल समिति की बैठक भी बुलाई हैं.

पढ़ेंः राजस्थान का 'सियासी फुटबॉल': कब-किसने किसके पाले में डाली बॉल...यहां जानिए...

बता दें कि एसओजी द्वारा 2 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से रूबरू हुए थे और उन्होंने कहा था कि बीजेपी राजस्थान में सरकार गिराने को लेकर मंसूबे रच रही थी और मंसूबों को कांग्रेस के विधायकों की एकजुटता ने नाकाम कर दिया. इतना ही नहीं तीन ऐसे विधायकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है, जो विधायकों की खरीद-फरोख्त का काम कर रहे थे.

पढ़ेंः MLA होर्स ट्रेडिंग केस में SOG ने 2 लोगों को किया गिरफ्तार, जानिए कौन हैं ये...

मुख्यमंत्री निवास पर शनिवार को दिनभर विधायक और मंत्रियों की आवाजाही बनी रही. न केवल कांग्रेस के बल्कि निर्दलीय और बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए. विधायक भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. इसके अलावा निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने सीएम हाउस पहुंचे. इस दौरान संयम लोढ़ा ने कहा कि बीजेपी कितने भी मंसूबे रख ले, लेकिन वह प्रदेश में सरकार गिराने में कामयाब नहीं होगी. उन्होंने कहा कि मानेसर और भोपाल में अगर होटल बुक कराने की बात सच है तो यह एक बार फिर दर्शाता है कि किस तरह से बीजेपी राजस्थान की सियासत में चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश कर रही हैं.

जयपुर. राजस्थान में एक बार फिर सियासी उलटफेर को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. जहां एक ओर सरकार बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रही है. वहीं दूसरी ओर एसओजी ने ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो विधायकों से संपर्क साध रहे थे. लेकिन इन सबके बीच सरकार के पास खुफिया एजेंसी ने दो महत्वपूर्ण इनपुट दिए हैं. जिसके बाद प्रदेश की गहलोत सरकार पूरी तरीके से ना केवल हरकत में है बल्कि अलर्ट मोड पर आ गई हैं.

एक बार फिर बाड़ेबंदी के दिये संकेत

खुफिया सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में होटल बुक कराए है. इसके साथ ही जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार दिन भर अपने विधायक और मंत्रियों के साथ में वन-टू-वन मुलाकात करते रहे. इतना ही नहीं खुफिया एजेंसियों ने यह भी जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विरोधी खेमे के माने जाने वाले 12 से अधिक विधायक लापता है. उनके मोबाइल फोन भी स्विचऑफ आ रहे.

पढ़ें: हरियाणा के होटल आईटीसी ग्रैंड पहुंच सकते हैं राजस्थान के विधायक, हलचल तेज

खुफिया एजेंसियों की सूचना को बल इस लिए भी माना जा रहा है कि प्रदेश में पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद नाकाबंदी को बढ़ा दिया गया है. प्रदेश में इन दिनों कोई बड़ी वारदात नहीं होने के बावजूद अचानक बड़े स्तर पर हुई नाकाबंदी से राजनीति मायने भी निकाले जा रहे है. इंटेलिजेंस से मिली सूचना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद पूरी तरीके से सक्रिय हो गए हैं. उन्होंने अपने मंत्रिमंडल समिति की बैठक भी बुलाई हैं.

पढ़ेंः राजस्थान का 'सियासी फुटबॉल': कब-किसने किसके पाले में डाली बॉल...यहां जानिए...

बता दें कि एसओजी द्वारा 2 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से रूबरू हुए थे और उन्होंने कहा था कि बीजेपी राजस्थान में सरकार गिराने को लेकर मंसूबे रच रही थी और मंसूबों को कांग्रेस के विधायकों की एकजुटता ने नाकाम कर दिया. इतना ही नहीं तीन ऐसे विधायकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है, जो विधायकों की खरीद-फरोख्त का काम कर रहे थे.

पढ़ेंः MLA होर्स ट्रेडिंग केस में SOG ने 2 लोगों को किया गिरफ्तार, जानिए कौन हैं ये...

मुख्यमंत्री निवास पर शनिवार को दिनभर विधायक और मंत्रियों की आवाजाही बनी रही. न केवल कांग्रेस के बल्कि निर्दलीय और बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए. विधायक भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. इसके अलावा निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने सीएम हाउस पहुंचे. इस दौरान संयम लोढ़ा ने कहा कि बीजेपी कितने भी मंसूबे रख ले, लेकिन वह प्रदेश में सरकार गिराने में कामयाब नहीं होगी. उन्होंने कहा कि मानेसर और भोपाल में अगर होटल बुक कराने की बात सच है तो यह एक बार फिर दर्शाता है कि किस तरह से बीजेपी राजस्थान की सियासत में चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश कर रही हैं.

Last Updated : Jul 11, 2020, 10:04 PM IST
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