जयपुर. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) की ओर से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए गए निधि संग्रहण अभियान की स्टडी कराई जाएगी. यह स्टडी भी किसी भारतीय संस्थान से होगी. जयपुर आए न्यास के महासचिव चंपतराय ने सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता (Champat Rai press conference) में कहीं. उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान हुए धन संग्रहण की ऑडिट करवाई जा चुकी है.
विश्व हिंदू परिषद कार्यालय में चंपत राय ने बताया कि निधि संग्रहण का इतना बड़ा अभियान चलाया गया कि ऑक्सफोर्ड भी इस पर स्टडी चाहता है इसके लिए उनका पत्र भी आया है, लेकिन हम किसी भारतीय संस्था से यह स्टडी कराएंगे. उन्होंने कहा कि राजस्थान में जयपुर और जोधपुर की ऑडिट हो चुकी है और चित्तौड़गढ़ की ऑडिट का काम अभी चल रहा है. उन्होंने बताया कि अभियान के तहत देशभर के सभी राज्यों में सर्वाधिक 539 करोड़ रुपए राजस्थान से निजी संग्रह हुआ है. इसमें जयपुर से 139 और जोधपुर से करीब 214 करोड़ रुपए एकत्रित किए गए हैं. साथ ही मंदिर निर्माण में सर्वाधिक पत्थर भी राजस्थान के बंशी पहाड़पुर, जोधपुर और मकराना से मंदिर निर्माण में काम आएगा. मंदिर की नींव का काम लगभग पूरा हो चुका है.
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दिसम्बर 2023 में गर्भगृह के फर्श पर विराजमान होंगे रामलला
पत्रकार वार्ता में चंपतराय ने अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान श्री राम मंदिर में चल रहे काम की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अयोध्या के श्रीराम मंदिर में नींव भरने का काम 19 महीने के परिश्रम के बाद पूरा कर लिया गया है. नींव में 14 मीटर गहरी चट्टान डाली है जो मंदिर को मजबूती प्रदान करने का काम करेगी. उनके अनुसार मंदिर के फर्श उंचा करने का काम जनवरी में शुरू किया गया जो अब भी चल रहा है. उन्होंने बताया कि फर्श ग्रेनाइट पत्थरों से ऊंचा किया जा रहा है. यह भी कहा कि दिसम्बर 2023 में गर्भगृह के फर्श पर रामलला विराजमान होंगे.
न्यास में जमीन विवाद पर यह बोले चंपतराय...
प्रेस वार्ता के दौरान चंपत राय श्रीराम मंदिर न्यास में जमीन विवाद से जुड़े सवालों पर चुप ही रहे. हालांकि एक सवाल के जवाब में चंपतराय ने कहा कि विवाद करने का कुछ लोगों को शौक है लेकिन विवाद खड़े करने वाले बताएं कि वो आजकल कहां हैं. उन्होंने कहा कि मैनें विवाद पर कान नहीं रखे और मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है.