बीकानेर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर बीकानेर पहुंचे. जल शक्ति मिशन में केंद्र का अंशदान बढ़ाने के मामले को लेकर पिछले दिनों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से लिखे गए पत्र पर शेखावत ने केंद्र के अंशदान बढ़ाने की बात से साफ इनकार कर दिया.
बीकानेर के स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय में शनिवार को आयोजित हुए छात्र संघ उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए शेखावत बीकानेर पहुंचे. जहां मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि 14वें वित्त आयोग में राज्यों की जरूरत के मुताबिक दिए जाने वाले सहायता प्रतिशत को 32 प्रतिशत से बढ़ाकर 42 प्रतिशत किया गया था.
उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत की यह बढ़ोतरी राज्यों की जरूरत के मुताबिक की गई थी. क्योंकि देश के हर राज्य की भौगोलिक स्थिति अलग अलग है और हर राज्य की प्राथमिकता भी अलग-अलग है. इस दौरान शेखावत ने कहा कि 14 वित्त आयोग में किए गए बदलाव के बाद करीब डेढ़ लाख करोड़ की राशि को हर राज्य के अनुपातिक जरूरत के हिसाब से विभाजित किया जाता है और इसी के चलते राजस्थान को भी अधिक राशि मिलती है.
राजस्थान की भौगोलिक परिस्थिति के अनुसार पानी की कमी वाला क्षेत्र है. ऐसे में राज्य अपनी सुविधा अनुसार इस मद में खर्च कर सकता है. उन्होंने कहा कि केंद्र प्रवर्तित योजनाओं में हर राज्य की प्राथमिकता के आधार पर अंशदान को बढ़ाना संभव नहीं है. गौरतलब है कि राजस्थान में पानी की कमी के मुद्दे को लेकर जल शक्ति मिशन में केंद्र और राजस्थान के अंशदान को 50 की जगह 10 करने और केंद्र के अंशदान को 50 की जगह 90 करने को लेकर पिछले दिनों मुख्यमंत्री गहलोत ने शेखावत को पत्र लिखा था.