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गुलाबी नगरी में महीनों बाद आज से गूंजेंगी शहनाइयां, लेकिन इन शर्तों के साथ...

जयपुर शहर में बुधवार को ढाई हजार शादियां होंगी. इन शादियों पर जिला प्रशासन की पैनी नजर रहेगी. पूरे जयपुर जिले की बात की जाए तो जिले भर में करीब चार हजार शादियां होंगी. शहर की पुलिस के साथ जिला प्रशासन के इंसिडेंट कमांडर भी तैनात रहेंगे. साथ ही साथ मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग पर उनकी नजर रहेगी.

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महीनों बाद आज से गूंजेंगी शहनाइयां
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Published : Nov 25, 2020, 2:12 AM IST

जयपुर. आज यानी बुधवार को देवउठनी एकादशी का बड़ा सावा है. इसी देवउठनी ग्यारस से शादियों का सिलसिला शुरू होता है. जयपुर शहर में होने वाली ढाई हजार शादियों में लाखों लोग जुटेंगे. जयपुर शहर के थाना पुलिस के अलावा 15 इंसिडेंट कमांडर इन शादियों पर अपनी नजर रखेंगे और देखेंगे की शादियों में कोरोना गाइडलाइन की पालना हो रही है या नहीं. एक शादी में 100 से अधिक व्यक्तियों को न बुलाने की गाइडलाइन पहले ही राज्य सरकार की ओर से जारी कर दी गई है.

महीनों बाद आज से गूंजेंगी शहनाइयां

राज्य सरकार की ओर से शादियों के लिए गाइडलाइन जारी करने के बाद शादियों की अनुमति के लिए जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जिसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ाई गईं. जिला प्रशासन ने अनुमति के लिए कोई ऑनलाइन व्यवस्था नहीं की थी, लेकिन जब भीड़ कंट्रोल से बाहर हो गई, तब जिला प्रशासन ने शादियों की अनुमति के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की. ऑनलाइन व्यवस्था के पहले दिन 700 शादियों की अनुमति के लिए ऑनलाइन आवेदन आए. मंगलवार को जयपुर जिले में सभी उपखंड अधिकारियों की ईमेल आईडी भी जारी कर दी गई.

यह भी पढ़ें: राजस्थान : कोविड-19 टीकाकरण अभियान की तैयारी...माॅनिटरिंग और समन्वय के लिए तीन-स्तरीय प्रणाली गठित

इसके चलते जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में भी शादियों की अनुमति लेने वाले लोगों की भीड़ नजर नहीं आई. कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने मंगलवार को ही शादियों की ऑनलाइन सूचना देने की व्यवस्था करने का आदेश जारी कर दिया. जयपुर जिला कलेक्टर के एसडीएम जयपुर कार्यालय में सोमवार को 1,200 से अधिक शादियों की ऑफलाइन अनुमति दी गई थी.

देवउठनी एकादशी से शुरू होगा सावों का सिलसिला

अधिक मास के चलते जयपुर शहर में पांच महीने बाद शादियों की शहनाइयां बजने जा रही हैं. बुधवार को देवउठनी एकादशी का पहला सावा है. देवउठनी एकादशी के अलावा 27 और 30 नवंबर के सावे हैं. इसके बाद दिसंबर में एक 7, 9 और 11 दिसंबर के सावे होंगे. 11 दिसंबर को आखरी सवा होगा, इसके बाद अप्रैल में ही शादियों का सिलसिला फिर शुरू होगा.

कलेक्टर ने भी गाइडलाइन का ध्यान रखने की अपील

कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने भी कहा है कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बुधवार से देवउठनी एकादशी से शादियों का सिलसिला शुरू होगा और लोगों को खुशियों के बीच कोविड- 19 का भी ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अपनी ओर से पूरी तरह से तैयार है और शादियों पर पैनी नजर रखेगा. उन्होंने लोगों से अपील की, कि शादी समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइजर का उपयोग करें. विवाह स्थलों पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए. समारोह में ज्यादा देर तक न रुकें, ताकि लोगों को कोरोना से बचाया जा सके.

यह भी पढ़ें: Night Curfew के चलते इंदिरा रसोई के तहत रात्रि भोजन वितरण के समय में बदलाव...

डरने की नहीं है आवश्यकता

संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से कुछ शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. जयपुर शहर भी इसमें शामिल है, यदि आप किसी शादी समारोह में जा रहे हैं या वहां से लौट रहे हैं तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है. जयपुर शहर में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक नेट चालू रहेगा और यदि आप शादी समारोह में जा रहे हैं या वहां से लौट रहे हैं तो आप पर कोई रोक टोक नहीं होगी. लेकिन आपको शादी का कार्ड या ई कार्ड अपने साथ में रखना होगा.

शादियों के आयोजनकर्ता इन बातों का रखें ध्यान

  • विवाह स्थल पर 100 से अधिक लोगों को न बुलाया जाए.
  • सड़क पर बारात निकालने की अनुमति नहीं है.
  • विवाह स्थल पर बैंड बजाया जा सकता है.
  • परिसर में सभी को मास्क लगाए रखना आवश्यक होगा.
  • विवाह स्थल पर सेनेटाइजेशन की व्यवस्था रखनी होगी.
  • विवाह स्थल की वीडियोग्राफी भी जरूरी है.
  • टीम अगर जांचने आए तो सूचना दिखाना जरूरी है.
  • अगर ऑनलाइन सूचना दी है तो मेल चेक करवा सकते हैं.

जयपुर. आज यानी बुधवार को देवउठनी एकादशी का बड़ा सावा है. इसी देवउठनी ग्यारस से शादियों का सिलसिला शुरू होता है. जयपुर शहर में होने वाली ढाई हजार शादियों में लाखों लोग जुटेंगे. जयपुर शहर के थाना पुलिस के अलावा 15 इंसिडेंट कमांडर इन शादियों पर अपनी नजर रखेंगे और देखेंगे की शादियों में कोरोना गाइडलाइन की पालना हो रही है या नहीं. एक शादी में 100 से अधिक व्यक्तियों को न बुलाने की गाइडलाइन पहले ही राज्य सरकार की ओर से जारी कर दी गई है.

महीनों बाद आज से गूंजेंगी शहनाइयां

राज्य सरकार की ओर से शादियों के लिए गाइडलाइन जारी करने के बाद शादियों की अनुमति के लिए जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जिसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ाई गईं. जिला प्रशासन ने अनुमति के लिए कोई ऑनलाइन व्यवस्था नहीं की थी, लेकिन जब भीड़ कंट्रोल से बाहर हो गई, तब जिला प्रशासन ने शादियों की अनुमति के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की. ऑनलाइन व्यवस्था के पहले दिन 700 शादियों की अनुमति के लिए ऑनलाइन आवेदन आए. मंगलवार को जयपुर जिले में सभी उपखंड अधिकारियों की ईमेल आईडी भी जारी कर दी गई.

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इसके चलते जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में भी शादियों की अनुमति लेने वाले लोगों की भीड़ नजर नहीं आई. कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने मंगलवार को ही शादियों की ऑनलाइन सूचना देने की व्यवस्था करने का आदेश जारी कर दिया. जयपुर जिला कलेक्टर के एसडीएम जयपुर कार्यालय में सोमवार को 1,200 से अधिक शादियों की ऑफलाइन अनुमति दी गई थी.

देवउठनी एकादशी से शुरू होगा सावों का सिलसिला

अधिक मास के चलते जयपुर शहर में पांच महीने बाद शादियों की शहनाइयां बजने जा रही हैं. बुधवार को देवउठनी एकादशी का पहला सावा है. देवउठनी एकादशी के अलावा 27 और 30 नवंबर के सावे हैं. इसके बाद दिसंबर में एक 7, 9 और 11 दिसंबर के सावे होंगे. 11 दिसंबर को आखरी सवा होगा, इसके बाद अप्रैल में ही शादियों का सिलसिला फिर शुरू होगा.

कलेक्टर ने भी गाइडलाइन का ध्यान रखने की अपील

कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने भी कहा है कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बुधवार से देवउठनी एकादशी से शादियों का सिलसिला शुरू होगा और लोगों को खुशियों के बीच कोविड- 19 का भी ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अपनी ओर से पूरी तरह से तैयार है और शादियों पर पैनी नजर रखेगा. उन्होंने लोगों से अपील की, कि शादी समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइजर का उपयोग करें. विवाह स्थलों पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए. समारोह में ज्यादा देर तक न रुकें, ताकि लोगों को कोरोना से बचाया जा सके.

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डरने की नहीं है आवश्यकता

संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से कुछ शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. जयपुर शहर भी इसमें शामिल है, यदि आप किसी शादी समारोह में जा रहे हैं या वहां से लौट रहे हैं तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है. जयपुर शहर में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक नेट चालू रहेगा और यदि आप शादी समारोह में जा रहे हैं या वहां से लौट रहे हैं तो आप पर कोई रोक टोक नहीं होगी. लेकिन आपको शादी का कार्ड या ई कार्ड अपने साथ में रखना होगा.

शादियों के आयोजनकर्ता इन बातों का रखें ध्यान

  • विवाह स्थल पर 100 से अधिक लोगों को न बुलाया जाए.
  • सड़क पर बारात निकालने की अनुमति नहीं है.
  • विवाह स्थल पर बैंड बजाया जा सकता है.
  • परिसर में सभी को मास्क लगाए रखना आवश्यक होगा.
  • विवाह स्थल पर सेनेटाइजेशन की व्यवस्था रखनी होगी.
  • विवाह स्थल की वीडियोग्राफी भी जरूरी है.
  • टीम अगर जांचने आए तो सूचना दिखाना जरूरी है.
  • अगर ऑनलाइन सूचना दी है तो मेल चेक करवा सकते हैं.
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