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Shakuntala Rawat on Ukraine Issue : राजस्थान लौटने वालों का फ्लाइट, रहने-खाने और घर पहुंचने तक का खर्च उठाएगी गहलोत सरकार, 1008 में से 207 स्टूडेंट्स लौटे - Jaipur Latest News

यूक्रेन में वर्तमान हालातों में फंसे राजस्थान के नागरिकों और स्टूडेंट्स को लेकर सरकार की ओर से मंत्री शकुंतला रावत ने जवाब पेश किया. इस दौरान मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि अभी (Shakuntala Rawat on Ukraine Issue) यूक्रेन में हालात चिंताजनक बने हुए हैं. सरकार ने सदन में जवाब देते हुए कहा कि राजस्थान के कुल 1008 स्टूडेंट यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इनमें से बुधवार सुबह तक 207 स्टूडेंट वापस लौट आए हैं. सुनिए और क्या कहा...

Shakuntala Rawat in Rajasthan Assembly
उद्योग मंत्री शकुंतला रावत
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Published : Mar 2, 2022, 8:19 PM IST

जयपुर. रूस के हमले के बाद यूक्रेन में भारी ताबाही हुई है. इस बीच बाहरी देशों के लोग यूक्रेन से निकलने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. राजस्थान के भी कई लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं और कुछ लोगों की वतन वापसी हो चुकी है. इसी मुद्दे पर आज सदन में राजस्थान के नागरिकों और स्टूडेंट्स को लेकर (Shakuntala Rawat in Rajasthan Assembly) गहलोत सरकार की ओर से मंत्री शकुंतला रावत ने जवाब पेश किया.

शकुंतला रावत ने कहा कि राजस्थान सरकार की ओर से राजस्थान फाउंडेशन के धीरज श्रीवास्तव को इस मामले में नोडल अधिकारी बनाया है. इसके साथ ही शकुंतला रावत ने सदन में कहा कि जो भी स्टूडेंट या राजस्थान के नागरिक यूक्रेन से भारत लौट रहे हैं, उनकी हवाई यात्रा से लेकर खाने-पीने और घर पहुंच जाने तक का खर्च राजस्थान सरकार की ओर से उठाया जाएगा. शकुंतला रावत ने कहा कि राजस्थान सरकार की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है और राजस्थान फाउंडेशन की ओर से सभी बच्चों को एक ग्रुप में जोड़ा जा रहा है, ताकि जो लौट आए हैं, वह बच्चे भी वहां (Rajasthani Students Trapped in Ukraine) मौजूद बच्चों के साथ संपर्क में रहें.

क्या कहा मंत्री शकुंतला रावत ने, सुनिए...

शकुंतला रावत ने कहा कि राजस्थान हाउस चाणक्यपुरी दिल्ली और मुंबई में सब जगह राजस्थान के बच्चों के लिए रुकने की व्यवस्था की गई है. शकुंतला रावत ने कहा कि सभी जिला कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजस्थान फाउंडेशन के साथ चर्चा हो रही है तो वहीं सभी संभागीय आयुक्तों को भी यह कहा गया है कि वह सभी बच्चों के परिवारों से संपर्क में रहें. इसके साथ ही मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि कल से एयरफोर्स के जरिए ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स का भारत आना शुरू हो जाएगा और करीब 500 से 800 बच्चे रोजाना आएंगे जो एक सराहनीय कदम है. इसके जरिए राजस्थान ही नहीं, पूरे देश के यूक्रेन में फंसे छात्र-छात्राओं और लोगों को लाने में मदद मिलेगी.

भाजपा बोली- वापस लौटने वाले स्टूडेंट्स की नि:शुल्क मेडिकल पढ़ाई का हो इंतजाम : यूक्रेन पर रूस के हमले के चलते यूक्रेन में फंसे प्रदेश के लोगों और स्टूडेंट की वापसी के मामले में भाजपा और उनके विधायक पूरी तरह गहलोत सरकार के साथ हैं और इस मामले में भाजपा केंद्र से जो भी मदद होगी वो भी करेगी. विधानसभा में यूक्रेन मामले में आए सरकार के जवाब और चर्चा में शामिल (BJP on Russia Ukraine Conflict in Assembly) होते हुए भाजपा ने यह विश्वास दिलाया, साथ ही गहलोत सरकार से इस मामले में 'ग्रुप ऑफ मिस्टर' का गठन कर दिल्ली भेजने और यूक्रेन से वापस लौटने वाले स्टूडेंट्स की नि:शुल्क मेडिकल पढ़ाई का इंतजाम करने की भी मांग की.

पढ़ें : Shekhawat received Indian Students: दुनिया में कहीं भी भारतवासी कष्ट में आएंगे, मोदी सरकार साथ खड़ी होगी : शेखावत

बुधवार को सदन में यूक्रेन मामले में हुई विशेष चर्चा में शामिल होते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता राजेंद्र राठौड़ और भाजपा विधायक पुष्पेंद्र सिंह ने यह बात कही. पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि आज भी कई स्टूडेंट्स यूक्रेन में रूसी सेना की घेराबंदी के कारण बॉर्डर तक नहीं पहुंच पाए और बंकरों में ही रहने को मजबूर हैं. पुष्पेंद्र सिंह के अनुसार कई स्टूडेंट्स तो ऐसे हैं, जिन्होंने पिछले 2 से 3 दिन के भीतर केवल कुछ बिस्कुट ही खाए हैं और उन्हें खाना-पीना भी मुहैया नहीं हो पा रहा है. पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार इस मामले में जिला स्तर पर एसडीएम और कलेक्टर को भी ऐसे स्टूडेंट्स से जुड़ी जानकारी संबंधित अभिभावकों के साथ साझा करने के निर्देश दें और बच्चों की मदद के लिए संबंधित दूतावास और केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय तक लगातार संपर्क करें.

वही, प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इस पूरे मुद्दे पर कोई पक्ष और विपक्ष नहीं, बल्कि हम सब एक हैं. राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री के साथ जिनमें मंत्रियों ने इस मामले में आगे बढ़कर पहल की है, बेशक वे धन्यवाद के पात्र हैंं. राठौड़ के अनुसार अब यूक्रेन में भारी विस्फोटकों से हमला हो रहा है. ऐसे में बच्चों को वापस लाने के लिए राजस्थान सरकार और उसके मंत्री केवल जयपुर में बैठकर ही निगरानी ना करें, बल्कि मुख्यमंत्री 'ग्रुप ऑफ मिनिस्टर' बनाकर दिल्ली भेजें.

पढ़ें : Russia Ukraine Crisis : राजस्थान लौटे छात्रों ने बताई आपबीती, 'कोई 13 घंटे लाइन में लगा तो कोई 40 KM पैदल चला'

इस दौरान राठौड़ ने गुजरात और महाराष्ट्र सरकारों का भी उदाहरण दिया, जिन्होंने 'ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स' बनाकर दिल्ली भेजा है, ताकि वह लगातार अपने क्षेत्र के बच्चों और लोगों की वापसी पर फोकस कर उन्हें वापस लाने में मदद करें. राठौड़ ने यह भी कहा कि जो बच्चे रूस में मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे, उनके परिवार इतने सक्षम नहीं हैं. ऐसे में जो बच्चे वापस लौट कर आ रहे हैं, राजस्थान सरकार उनकी मेडिकल से जुड़ी पढ़ाई नि:शुल्क कर संपूर्ण व्यवस्था करे, ताकि उन बच्चों का भविष्य भी अंधकार में ना जाए.

वहीं, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी इस मामले में पार्टी और सरकार की विचारधारा से अलग हटकर एकजुटता के साथ बच्चों की वापसी के लिए प्रयास करने की बात कही. इस दौरान विदेश मंत्रालय से जारी उस पत्र का भी उल्लेख किया, जिसमें संबंधित पड़ोसी देशों में केंद्रीय मंत्रियों को भेजा गया है और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. चर्चा में विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने खुद को शामिल करते हुए राजस्थान के संपूर्ण अभिभावकों को या भरोसा दिलाया कि पूरा सदन उनके बच्चों को वापस भारत लाने के लिए एकजुट है और पूरे प्रयास कर रहा है. जोशी ने कहा कि सदन की भावना से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा और मुख्यमंत्री के जरिए केंद्र सरकार तक यह बात पहुंचाई जाएगी.

जयपुर. रूस के हमले के बाद यूक्रेन में भारी ताबाही हुई है. इस बीच बाहरी देशों के लोग यूक्रेन से निकलने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. राजस्थान के भी कई लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं और कुछ लोगों की वतन वापसी हो चुकी है. इसी मुद्दे पर आज सदन में राजस्थान के नागरिकों और स्टूडेंट्स को लेकर (Shakuntala Rawat in Rajasthan Assembly) गहलोत सरकार की ओर से मंत्री शकुंतला रावत ने जवाब पेश किया.

शकुंतला रावत ने कहा कि राजस्थान सरकार की ओर से राजस्थान फाउंडेशन के धीरज श्रीवास्तव को इस मामले में नोडल अधिकारी बनाया है. इसके साथ ही शकुंतला रावत ने सदन में कहा कि जो भी स्टूडेंट या राजस्थान के नागरिक यूक्रेन से भारत लौट रहे हैं, उनकी हवाई यात्रा से लेकर खाने-पीने और घर पहुंच जाने तक का खर्च राजस्थान सरकार की ओर से उठाया जाएगा. शकुंतला रावत ने कहा कि राजस्थान सरकार की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है और राजस्थान फाउंडेशन की ओर से सभी बच्चों को एक ग्रुप में जोड़ा जा रहा है, ताकि जो लौट आए हैं, वह बच्चे भी वहां (Rajasthani Students Trapped in Ukraine) मौजूद बच्चों के साथ संपर्क में रहें.

क्या कहा मंत्री शकुंतला रावत ने, सुनिए...

शकुंतला रावत ने कहा कि राजस्थान हाउस चाणक्यपुरी दिल्ली और मुंबई में सब जगह राजस्थान के बच्चों के लिए रुकने की व्यवस्था की गई है. शकुंतला रावत ने कहा कि सभी जिला कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजस्थान फाउंडेशन के साथ चर्चा हो रही है तो वहीं सभी संभागीय आयुक्तों को भी यह कहा गया है कि वह सभी बच्चों के परिवारों से संपर्क में रहें. इसके साथ ही मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि कल से एयरफोर्स के जरिए ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स का भारत आना शुरू हो जाएगा और करीब 500 से 800 बच्चे रोजाना आएंगे जो एक सराहनीय कदम है. इसके जरिए राजस्थान ही नहीं, पूरे देश के यूक्रेन में फंसे छात्र-छात्राओं और लोगों को लाने में मदद मिलेगी.

भाजपा बोली- वापस लौटने वाले स्टूडेंट्स की नि:शुल्क मेडिकल पढ़ाई का हो इंतजाम : यूक्रेन पर रूस के हमले के चलते यूक्रेन में फंसे प्रदेश के लोगों और स्टूडेंट की वापसी के मामले में भाजपा और उनके विधायक पूरी तरह गहलोत सरकार के साथ हैं और इस मामले में भाजपा केंद्र से जो भी मदद होगी वो भी करेगी. विधानसभा में यूक्रेन मामले में आए सरकार के जवाब और चर्चा में शामिल (BJP on Russia Ukraine Conflict in Assembly) होते हुए भाजपा ने यह विश्वास दिलाया, साथ ही गहलोत सरकार से इस मामले में 'ग्रुप ऑफ मिस्टर' का गठन कर दिल्ली भेजने और यूक्रेन से वापस लौटने वाले स्टूडेंट्स की नि:शुल्क मेडिकल पढ़ाई का इंतजाम करने की भी मांग की.

पढ़ें : Shekhawat received Indian Students: दुनिया में कहीं भी भारतवासी कष्ट में आएंगे, मोदी सरकार साथ खड़ी होगी : शेखावत

बुधवार को सदन में यूक्रेन मामले में हुई विशेष चर्चा में शामिल होते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता राजेंद्र राठौड़ और भाजपा विधायक पुष्पेंद्र सिंह ने यह बात कही. पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि आज भी कई स्टूडेंट्स यूक्रेन में रूसी सेना की घेराबंदी के कारण बॉर्डर तक नहीं पहुंच पाए और बंकरों में ही रहने को मजबूर हैं. पुष्पेंद्र सिंह के अनुसार कई स्टूडेंट्स तो ऐसे हैं, जिन्होंने पिछले 2 से 3 दिन के भीतर केवल कुछ बिस्कुट ही खाए हैं और उन्हें खाना-पीना भी मुहैया नहीं हो पा रहा है. पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार इस मामले में जिला स्तर पर एसडीएम और कलेक्टर को भी ऐसे स्टूडेंट्स से जुड़ी जानकारी संबंधित अभिभावकों के साथ साझा करने के निर्देश दें और बच्चों की मदद के लिए संबंधित दूतावास और केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय तक लगातार संपर्क करें.

वही, प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इस पूरे मुद्दे पर कोई पक्ष और विपक्ष नहीं, बल्कि हम सब एक हैं. राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री के साथ जिनमें मंत्रियों ने इस मामले में आगे बढ़कर पहल की है, बेशक वे धन्यवाद के पात्र हैंं. राठौड़ के अनुसार अब यूक्रेन में भारी विस्फोटकों से हमला हो रहा है. ऐसे में बच्चों को वापस लाने के लिए राजस्थान सरकार और उसके मंत्री केवल जयपुर में बैठकर ही निगरानी ना करें, बल्कि मुख्यमंत्री 'ग्रुप ऑफ मिनिस्टर' बनाकर दिल्ली भेजें.

पढ़ें : Russia Ukraine Crisis : राजस्थान लौटे छात्रों ने बताई आपबीती, 'कोई 13 घंटे लाइन में लगा तो कोई 40 KM पैदल चला'

इस दौरान राठौड़ ने गुजरात और महाराष्ट्र सरकारों का भी उदाहरण दिया, जिन्होंने 'ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स' बनाकर दिल्ली भेजा है, ताकि वह लगातार अपने क्षेत्र के बच्चों और लोगों की वापसी पर फोकस कर उन्हें वापस लाने में मदद करें. राठौड़ ने यह भी कहा कि जो बच्चे रूस में मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे, उनके परिवार इतने सक्षम नहीं हैं. ऐसे में जो बच्चे वापस लौट कर आ रहे हैं, राजस्थान सरकार उनकी मेडिकल से जुड़ी पढ़ाई नि:शुल्क कर संपूर्ण व्यवस्था करे, ताकि उन बच्चों का भविष्य भी अंधकार में ना जाए.

वहीं, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी इस मामले में पार्टी और सरकार की विचारधारा से अलग हटकर एकजुटता के साथ बच्चों की वापसी के लिए प्रयास करने की बात कही. इस दौरान विदेश मंत्रालय से जारी उस पत्र का भी उल्लेख किया, जिसमें संबंधित पड़ोसी देशों में केंद्रीय मंत्रियों को भेजा गया है और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. चर्चा में विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने खुद को शामिल करते हुए राजस्थान के संपूर्ण अभिभावकों को या भरोसा दिलाया कि पूरा सदन उनके बच्चों को वापस भारत लाने के लिए एकजुट है और पूरे प्रयास कर रहा है. जोशी ने कहा कि सदन की भावना से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा और मुख्यमंत्री के जरिए केंद्र सरकार तक यह बात पहुंचाई जाएगी.

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