जयपुर. केंद्रीय सूचना आयुक्त और वरिष्ठ पत्रकार उदय माहुरकर ने कहा कि जो लोग वोट बैंक की पॉलिटिक्स के मोहताज हैं, उनके लिए वीर सावरकर सबसे बड़े विरोधी हैं. वहीं वरिष्ठ पत्रकार और ऑर्गेनाइजर के पूर्व संपादक डॉ. शेषाद्री चारी ने सावरकर को हिंदुत्व का आइकॉन बताते हुए कहा कि जो सावरकर का विरोध करते हैं फिर उन्हें गांधी से लेकर अंबेडकर तक का विरोध करना होगा क्योंकि आज के परिदृश्य में किया जा रहा विरोध उचित नहीं है.
सोमवार को जयपुर में उदय माहुरकर और चिरायु पंडित की सावरकर पर लिखित पुस्तक "वीर सावरकर -द मैन हु कुड हैव प्रीवेंटेड पार्टीशन" पर आयोजित संवाद कार्यक्रम के दौरान माहुरकर और शेषाद्री चारी ने यह बात कही. सावरकर पर लिखी इस पुस्तक के समाज में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया भी शामिल रहे. इस दौरान पूनिया सहित कार्यक्रम में शामिल कई लोगों ने माहुरकर और शेषाद्री चारी से कई सवाल पूछे.
देश का दूसरा विभाजन रोकने व विभाजनकारी ताकतों से लड़ने की मार्गदर्शिका है यह पुस्तक- माहुरकर
मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्रीय सूचना आयुक्त और वरिष्ठ पत्रकार उदय माहुरकर ने कहा कि देश में वीर सावरकर को बदनाम करने का षड्यंत्र पिछले कुछ सालों से चल रहा है. यह किताब देश के दूसरे विभाजन को रोकने की पुस्तक है और विभाजनकारी ताकतों के साथ कैसे लड़ना है, यह उसकी मार्गदर्शिका है. माहुरकर ने कहा कि वीर सावरकर वोट बैंक की पॉलिटिक्स और मुस्लिम तुष्टिकरण के सबसे बड़े विरोधी और देश की एकता के सबसे बड़े हिमायती थे. यही कारण है कि जो पार्टी और लो वोट बैंक पॉलिटिक्स के मोहताज हैं उनके लिए वीर सावरकर सबसे बड़े दुश्मन हैं.
माहुरकर ने कहा की वीर सावरकर ने पहले ही तालिबान राज्य की भविष्यवाणी कर दी थी क्योंकि देश के विभाजन से पहले सावरकर ने कहा था कि जो लोग सिविल वार की धमकी देकर दूसरा देश बनाने का प्रयास कर रहे हैं, यदि उनके पास संसाधन और हथियार आ जाएंगे तो वह क्या करेंगे. और वही बात आज पाकिस्तान के साथ है क्योंकि आतंकवाद की नर्सरी के रूप में यह देश काम कर रहा है.
हिंदुत्व के आईकॉन है सावरकर: शेषाद्री चारी
वरिष्ठ पत्रकार और ऑर्गेनाइजर के पूर्व संपादक शेषाद्री चारी ने वीर सावरकर को हिंदुत्व का आइकॉन बताया. संवाद कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि वीर सावरकर को लेकर आज की कांग्रेस के नेता जो विचार रख रहे हैं उसके कई कारण हैं. उन्होंने कहा कि सावरकर को सुभाष चंद्र बोस कांग्रेस में शामिल करना चाहते थे लेकिन वे नहीं माने. वहीं महात्मा गांधी ने तो देश की आजादी के बाद कांग्रेस के विसर्जन तक की बात कह दी थी. उन्होंने कहा कि आज बैड पॉलिटिक्स हो रही है जिसके चलते सावरकर को बदनाम करने का षड्यंत्र चल रहा है. शेषाद्री चारी ने कहा कि यदि कांग्रेस उचित सुझाव दें तो मैं यही कहूंगा कि स्वतंत्रता संग्राम में जिन भी महापुरुषों ने अपना योगदान दिया है. उन सब को स्वीकार करें क्योंकि देश में उन सब का योगदान रहा है.
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, सांसद दीया कुमारी, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों और मीडिया से जुड़े लोग मौजूद रहे.