जयपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. सरकार ने राजस्थान में धारा 144 लागू करने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में सीएमओ में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया. प्रदेश में धारा 144 लागू होने के साथ 5 से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर रोक लग गई है.
झुंझुनू में तीन कोरोना पॉजिटिव रोगी सामने आने के बाद प्रदेश की गहलोत सरकार अब कोरोनावायरस को लेकर और ज्यादा अलर्ट मोड पर आ गई है. यही वजह कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में सीएमओ में हुई उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में धारा 144 लागू करने को लेकर निर्णय हुआ. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जीवन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. इसे बचाने के लिए सरकार की तरफ से हर संभव प्रयास किए जाएंगे. इसीलिए प्रदेश में 5 से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगा दी गई है.
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सीएम गहलोत ने कहा कि यह संकट का वक्त है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए राजस्थान को एकजुट होकर मजबूती के साथ खड़ा होना होगा. इसके लिए जरूरी है कि सरकार की तरफ से जो फैसले लिए जा रहे हैं उनमें जनता सहयोग करें. सरकार की कोशिश है कि हर व्यक्ति की जान को बचाया जाए. इसके साथ बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि झुंझुनू में तीन पॉजिटरों की मिलने वाली जगह को ही न केवल सील किया जाए बल्कि उससे डेड किलोमीटर की दूरी वाले इलाके को भी सील किया जाए.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिवालय में कोरोना वायरस को लेकर हाई लेवल की बैठक कर रहे थे. इस दौरान राजस्थान में मिले 3 पॉजिटिव लोगों का मामला सामने आने के बाद चिंता जाहिर की. साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरी तरीके से अलर्ट रहने के निर्देश दिए है. उन्होंने कहा कि अगले 15 से 20 दिन संकट वाले हैं. इसलिए इस वक्त किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती जाए. सरकार के साथ-साथ आम जनता को भी कोरोना वायरस को लेकर जागरूक होना होगा.