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नाद निनाद कार्यक्रम के दूसरे सत्र का हुआ समापन, उस्ताद विलायत खान की दुर्लभ रिकॉर्डिंग से श्रोता हुए मंत्रमुग्ध - जयपुर की खबर

जयपुर में प्रख्यात सितार वादक उस्ताद विलायत खान की दुर्लभ रिकॉर्डिंग पर आधारित दूसरा श्रवण सत्र आयोजित किया गया. यह कार्यक्रम निश्चित रूप से संगीत प्रेमियों के लिए खास रहा, जिसमें उन्होंने जयपुरवासियों का इस कार्यक्रम को करने के लिए अभिनंदन किया.

Nad Ninad program concluded, नाद निनाद कार्यक्रम का हुआ समापन
नाद निनाद कार्यक्रम के दूसरे सत्र का हुआ समापन
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Published : Jan 26, 2020, 12:05 AM IST

जयपुर. नाद साधना स्टूडेंट फॉर इंडियन म्यूजिक एंड रिसर्च सेंटर जयपुर और नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स मुंबई की ओर से प्रख्यात सितार वादक उस्ताद विलायत खान की दुर्लभ रिकॉर्डिंग पर आधारित दूसरा श्रवण सत्र आयोजित किया गया. जेएलएन मार्ग स्थित कलानेरी आर्ट गैलरी जयपुर में इसका आयोजन हुआ.

नाद निनाद कार्यक्रम के दूसरे सत्र का हुआ समापन

यह कार्यक्रम उस्ताद शुजात खान के श्रवण संदेश से प्रारंभ हुआ, जिसमें उन्होंने जयपुरवासियों का इस कार्यक्रम को करने के लिए अभिनंदन किया. उसके बाद उस्ताद विलायत खान की दुर्लभ रिकॉर्डिंग के साथ पंडित अरविंद पारीक ने सत्र का मार्गदर्शन किया. नाद निनाद श्रृंखला के इस दूसरे श्रवण क्षेत्र में विलायत खान ने अपने समकालीनों के बारे में बात की. सत्र में संगीत में उनकी यात्रा, उनके घराने, परिवार और उनकी शैली के बारे में विस्तार से चर्चा हुई. जिसको सुनकर जयपुराइट्स मंत्रमुग्ध हो गए.

पढ़ेंः EXCLUSIVE: मंजू फरडोदा बनीं सबसे युवा महिला सरपंच, महिलाओं-युवाओं के लिए काम करना है लक्ष्य

यह कार्यक्रम एनसीपीए के अभिलेखागार द्वारा प्राप्त किया गया है. सत्र का समापन राग पूरिया में उस्ताद विलायत खान के प्रदर्शन के साथ हुआ. यह कार्यक्रम निश्चित रूप से संगीत प्रेमियों के लिए खास रहा. अंत में राजस्थान ललित कला अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अश्विनी दलवी ने नाद साधना और एनसीपीए की ओर से सभी श्रोताओं का आभार जताया.

जयपुर. नाद साधना स्टूडेंट फॉर इंडियन म्यूजिक एंड रिसर्च सेंटर जयपुर और नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स मुंबई की ओर से प्रख्यात सितार वादक उस्ताद विलायत खान की दुर्लभ रिकॉर्डिंग पर आधारित दूसरा श्रवण सत्र आयोजित किया गया. जेएलएन मार्ग स्थित कलानेरी आर्ट गैलरी जयपुर में इसका आयोजन हुआ.

नाद निनाद कार्यक्रम के दूसरे सत्र का हुआ समापन

यह कार्यक्रम उस्ताद शुजात खान के श्रवण संदेश से प्रारंभ हुआ, जिसमें उन्होंने जयपुरवासियों का इस कार्यक्रम को करने के लिए अभिनंदन किया. उसके बाद उस्ताद विलायत खान की दुर्लभ रिकॉर्डिंग के साथ पंडित अरविंद पारीक ने सत्र का मार्गदर्शन किया. नाद निनाद श्रृंखला के इस दूसरे श्रवण क्षेत्र में विलायत खान ने अपने समकालीनों के बारे में बात की. सत्र में संगीत में उनकी यात्रा, उनके घराने, परिवार और उनकी शैली के बारे में विस्तार से चर्चा हुई. जिसको सुनकर जयपुराइट्स मंत्रमुग्ध हो गए.

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यह कार्यक्रम एनसीपीए के अभिलेखागार द्वारा प्राप्त किया गया है. सत्र का समापन राग पूरिया में उस्ताद विलायत खान के प्रदर्शन के साथ हुआ. यह कार्यक्रम निश्चित रूप से संगीत प्रेमियों के लिए खास रहा. अंत में राजस्थान ललित कला अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अश्विनी दलवी ने नाद साधना और एनसीपीए की ओर से सभी श्रोताओं का आभार जताया.

Intro:जयपुर. नाद साधना स्टूडेंट फॉर इंडियन म्यूजिक एंड रिसर्च सेंटर जयपुर और नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स मुंबई की ओर से प्रख्यात सितार वादक उस्ताद विलायत खान की दुर्लभ रिकॉर्डिंग पर आधारित दूसरा श्रवण सत्र आयोजित किया गया. जेएलएन मार्ग स्थित कलानेरी आर्ट गैलरी जयपुर में इसका आयोजन हुआ.


Body:यह कार्यक्रम उस्ताद शुजात खान के श्रवण संदेश से प्रारंभ हुआ. जिसमें उन्होंने जयपुरवासियों का और पदम सचेती का इस कार्यक्रम को करने के लिए अभिनंदन किया. उसके बाद उस्ताद विलायत खान की दुर्लभ रिकॉर्डिंग के साथ पंडित अरविंद पारीक ने सत्र का मार्गदर्शन किया. नाद निनाद श्रृंखला के इस दूसरे श्रवण क्षेत्र में विलायत खान ने अपने समकालीनो के बारे में बात की. सत्र में संगीत में उनकी यात्रा, उनके घराने, परिवार और उनकी शैली के बारे में विस्तार से चर्चा हुई. जिसको सुनकर जयपुराइट्स श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए.

यह कार्यक्रम एनसीपीए के अभिलेखागार द्वारा प्राप्त किया गया है. सत्र का समापन राग पूरिया में उस्ताद विलायत खान के प्रदर्शन के साथ हुआ. यह कार्यक्रम निश्चित रूप से संगीत प्रेमियों के लिए खास रहा. अंत में राजस्थान ललित कला अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ अश्विनी दलवी ने नाद साधना और एनसीपीए की ओर से सभी श्रोताओं का आभार जताया.

बाइट- डॉ अश्विनी दलवी, पूर्व अध्यक्ष, राज. ललित कला अकादमी


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