जयपुर. प्रदेश में जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन के दौरान अब कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी स्वैच्छिक रूप से स्कूल जाकर अपने अध्यापकों से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मानक भी निर्धारित किए गए हैं, जिसमें विशेष तौर पर अभिभावकों की सहमति अनिवार्य की गई.
सोमवार को जयपुर के विभिन्न सरकारी स्कूलों में कुछ एक छात्र गाइडेंस लेने पहुंचे. हालांकि, ये गाइडेंस कुछ प्रश्नों तक ही सीमित रहा. क्योंकि, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की गाइडलाइन में विद्यालय में पाठ्यक्रम आधारित कक्षा-शिक्षण की अनुमति प्रदान नहीं करने के स्पष्ट निर्देश हैं. यहां सिर्फ विद्यार्थियों द्वारा ऑनलाइन एजुकेशन/ स्माइल कार्यक्रम/ शिक्षा वाणी और पाठ्य पुस्तक पठन के दौरान उत्पन्न जिज्ञासा के समाधान की ही अनुमति दी गई है.
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सरकारी स्कूल की प्राचार्या डॉ. निधि कौशिक ने बताया कि आज से छात्रों के लिए गाइडेंस की सुविधा शुरू की गई है. कुछ छात्र स्कूल परिसर में पहुंचे भी. इस दौरान उनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगा होना सुनिश्चित किया गया है. साथ ही स्कूल परिसर को भी एहतियात के तौर पर सैनिटाइज किया गया है. इसके साथ ही निदेशालय द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना भी की जा रही है.
बता दें कि सोमवार को करीब 6 महीने बाद छात्रों के लिए आज स्कूल खुले तो, लेकिन यहां वहीं छात्र पहुंचे, जिन्होंने सेल्फ स्टडी की है. जबकि निजी स्कूलों में चल रही ऑनलाइन क्लासेस की वजह से यहां ये व्यवस्था गाइडलाइन तक ही सीमित रही.