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अवकाश के चलते जयपुर जिले में मंत्रालयिक कर्मचारियों का सत्याग्रह स्थगित, मांगों के लिए कर्मचारियों का कल रहेगा सत्याग्रह

राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारी 12 अक्टूबर को सत्याग्रह करेंगे. सोमवार को जयपुर जिले में अवकाश के कारण स्थगित कर दिया गया.

मंत्रालयिक कर्मचारी धरने पर
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Published : Oct 11, 2021, 12:57 PM IST

Updated : Oct 11, 2021, 8:07 PM IST

जयपुर. राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारी 12 अक्टूबर को सत्याग्रह करेंगे. सोमवार को होने वाला सत्याग्रह कार्यक्रम जयपुर जिले में अवकाश के कारण स्थगित कर दिया गया. राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति की ओर से कहा गया है कि जयपुर कलेक्टर ने सोमवार को अवकाश घोषित किया है. इसी कारण राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति ने भी अपना सत्याग्रह आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया गया. जयपुर के अलावा अन्य जिलों में जिला संयोजकों के नेतृत्व में सत्याग्रह कार्यक्रम जारी रहेगा.

पढ़ें- जयपुर में होटल समूह के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी, मुंबई के डिप्टी सीएम से जुड़ा मामला!

संघर्ष समिति के गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि सत्याग्रह के बाद जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा. राठौड़ ने बताया कि राज्य के कुछ आला अफसर असली मुद्दों जैसे वेतन कटौती, सचिवालय पेटर्न, पदोन्नति के काटे गए पदों की बहाली, नए पदों का सृजन, पंचायती राज संस्थाओं के मंत्रालयिक कर्मचारियों की पदोन्नति के पदों का निर्धारण, गृह जिले से बाहर अन्यत्र पदस्थापित राज्य के समस्त मंत्रालयिक कर्मचारियों को गृह जिले में पदस्थापन जैसे मुद्दों पर बात नहीं कर रहे है. अन्य संगठनों से छोटे-छोटे मुद्दों पर बार कर मंत्रालयिक साथियों का ध्यान भटका कर आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है.

गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि संघर्ष समिति के बैनर तले मंत्रालयिक कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं. कई बार राज्य सरकार से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन सुनवाई नहीं हो रही. इसलिए 11 अक्टूबर से आंदोलन का एलान किया गया था. अब जयपुर में सत्याग्रह मंगलवार को होगा.

आमरण अनशन के दौरान 2 कर्मचारियों की तबियत बिगड़ी

राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले शहीद स्मारक पर चल रहे आमरण अनशन के दौरान सोमवार को दो और मंत्रालयिक कर्मचारियों की तबियत बिगड़ गई.दोनों कर्मचारी 2 अक्टूबर से अपनी मांगों के समाधान के लिए आमरण अनशन पर बैठे थे. राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले मंत्रालयिक कर्मचारी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर कई सालों से संघर्ष कर रहे हैं. गहलोत सरकार के कार्यकाल में भी कई बार ज्ञापन देकर सरकार से गुहार लगाई थी. लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. सरकार के रवैए से नाराज मंत्रालयिक कर्मचारियों ने 2 अक्टूबर से शहीद स्मारक पर आमरण अनशन शुरू किया था. 6 मंत्रालयिक कर्मचारी आमरण अनशन पर बैठे थे. इनमें से 4 कर्मचारियों की पहले ही तबियत बिगड़ गई थी. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अब शेष दो और कर्मचारियों हेमाराम जाट और जयनारायण जाट की भी सोमवार को तबियत खराब हो गई. इन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जयपुर. राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारी 12 अक्टूबर को सत्याग्रह करेंगे. सोमवार को होने वाला सत्याग्रह कार्यक्रम जयपुर जिले में अवकाश के कारण स्थगित कर दिया गया. राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति की ओर से कहा गया है कि जयपुर कलेक्टर ने सोमवार को अवकाश घोषित किया है. इसी कारण राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संघर्ष समिति ने भी अपना सत्याग्रह आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया गया. जयपुर के अलावा अन्य जिलों में जिला संयोजकों के नेतृत्व में सत्याग्रह कार्यक्रम जारी रहेगा.

पढ़ें- जयपुर में होटल समूह के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी, मुंबई के डिप्टी सीएम से जुड़ा मामला!

संघर्ष समिति के गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि सत्याग्रह के बाद जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा. राठौड़ ने बताया कि राज्य के कुछ आला अफसर असली मुद्दों जैसे वेतन कटौती, सचिवालय पेटर्न, पदोन्नति के काटे गए पदों की बहाली, नए पदों का सृजन, पंचायती राज संस्थाओं के मंत्रालयिक कर्मचारियों की पदोन्नति के पदों का निर्धारण, गृह जिले से बाहर अन्यत्र पदस्थापित राज्य के समस्त मंत्रालयिक कर्मचारियों को गृह जिले में पदस्थापन जैसे मुद्दों पर बात नहीं कर रहे है. अन्य संगठनों से छोटे-छोटे मुद्दों पर बार कर मंत्रालयिक साथियों का ध्यान भटका कर आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है.

गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि संघर्ष समिति के बैनर तले मंत्रालयिक कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं. कई बार राज्य सरकार से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन सुनवाई नहीं हो रही. इसलिए 11 अक्टूबर से आंदोलन का एलान किया गया था. अब जयपुर में सत्याग्रह मंगलवार को होगा.

आमरण अनशन के दौरान 2 कर्मचारियों की तबियत बिगड़ी

राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले शहीद स्मारक पर चल रहे आमरण अनशन के दौरान सोमवार को दो और मंत्रालयिक कर्मचारियों की तबियत बिगड़ गई.दोनों कर्मचारी 2 अक्टूबर से अपनी मांगों के समाधान के लिए आमरण अनशन पर बैठे थे. राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले मंत्रालयिक कर्मचारी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर कई सालों से संघर्ष कर रहे हैं. गहलोत सरकार के कार्यकाल में भी कई बार ज्ञापन देकर सरकार से गुहार लगाई थी. लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. सरकार के रवैए से नाराज मंत्रालयिक कर्मचारियों ने 2 अक्टूबर से शहीद स्मारक पर आमरण अनशन शुरू किया था. 6 मंत्रालयिक कर्मचारी आमरण अनशन पर बैठे थे. इनमें से 4 कर्मचारियों की पहले ही तबियत बिगड़ गई थी. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अब शेष दो और कर्मचारियों हेमाराम जाट और जयनारायण जाट की भी सोमवार को तबियत खराब हो गई. इन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

Last Updated : Oct 11, 2021, 8:07 PM IST
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