जयपुर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बयान जारी कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मेवात इलाके में कानून-व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई है, वहां बहुसंख्यक हिंदू आबादी भय के माहौल में जी रही है. मेवात इलाके में हिन्दुओं पर आए दिन हमले हो रहे हैं और धर्मांतरण के मामले भी सामने आ रहे हैं.
पूनिया ने कहा कि अलवर के मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के बालेटा गांव में हिंदू परिवार पर हमले का मामला सामने आया है, जिसमें उन पर बर्बरतापूर्ण लाठियों से हमला कर और जीप चढ़ाकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी और परिवार के अन्य लोगों को गंभीर चोटे आई है. पूनिया ने सीएम अशोक गहलोत से मांग करते हुए कहा कि हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी हो और लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
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सतीश पूनिया ने मांग की है कि पीड़ितों को न्याय मिले, मृतक के परिवार में से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए और उचित मुआवजा दिया जाए. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि मेवात इलाके में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाकर उनको सुरक्षा दी जाए.
भर्ती पूरी कर युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खोलें सीएम...
पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश के किसानों से आपको माफी मांगनी चाहिए. किसान कर्जमाफी का दो साल पहले जो वादा किया था उसे पूरा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत अगर किसानों के सच्चे हितैषी हैं तो यह बता दें कि प्रदेश के किसान आत्महत्या को मजबूर क्यों हैं और वो किसानों की सम्पूर्ण कर्जामाफी कब करेंगे, जिसके बारे में उनके नेता राहुल गांधी ने दस दिन में सम्पूर्ण कर्जामाफी का वादा किया था.
सतीश पूनिया ने कहा कि बेहतर होता कि मुख्यमंत्री गहलोत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञान देने की बजाय प्रदेश के किसानों की सुध लेकर कर्जमाफी का वादा पूरा करें. पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने दो बजटों में लगभग सवा लाख भर्तियां करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक लगभग 18 हजार पदों पर ही भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जो प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ बड़ा छलावा है. निश्चित अवधि में विभिन्न विभागों में भर्तियां पूरी करने को लेकर जो वादा किया था उसको लेकर गहलोत को समीक्षा कर निश्चित अवधि में भर्तियां पूरी करने एवं बेरोजगार भत्ता सुचारू करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए. इससे प्रदेश के बेरोजगार युवाओं का मनोबल बढ़ेगा और रोजगार के रास्ते खुलेंगे.