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देश का विभाजन सबसे बड़ी त्रासदी और नेहरू का प्रधानमंत्री बनना दूसरी सबसे बड़ी भूल : पूनिया

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Published : Jun 23, 2020, 4:11 PM IST

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को लेकर बयान दिया है. पूनिया ने कहा कि देश का विभाजन पहली बड़ी त्रासदी थी और उसके बाद देश में नेहरू का प्रधानमंत्री बनना देश की दूसरी बड़ी भूल थी.

Satish Poonia statement on Nehru, Rajasthan BJP wreath program
पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू पर सतीश पूनिया ने साधा निशाना

जयपुर. जनसंघ और भाजपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के मौके पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को लेकर एक बयान दिया है. पूनिया ने कहा है कि इस देश का विभाजन पहली बड़ी त्रासदी थी और उसके बाद देश में नेहरू का प्रधानमंत्री बनना देश की दूसरी बड़ी भूल थी.

पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू पर सतीश पूनिया ने साधा निशाना

प्रदेश भाजपा मुख्यालय में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर हुए पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए सतीश पूनिया ने यह बयान दिया. पूनिया ने यह भी कहा कि सहयोग से नेहरू मंत्रिमंडल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी सदस्य थे, लेकिन नेहरू-लियाकत समझौता के विरोध में मुखर्जी ने अपना इस्तीफा दे दिया.

मुखर्जी ने एक देश में दो संविधान, दो प्रधान और दो निशान को समाप्त करवाने का संकल्प लिया. लेकिन उनकी रहस्यमई परिस्थितियों में मौत हुई. पूनिया ने कहा कि मौजूदा पीढ़ी ज्यादा कुछ मुखर्जी के बारे में ना जानती हो, लेकिन देश का उजला पक्ष निश्चित तौर पर नई पीढ़ी के सामने आ जाएगा.

पढ़ें- विदेशों से टिड्डी को लेकर मिली चेतावनी चिंताजनक, नियंत्रण के प्रभावी उपाय पर काम जारी : कृषि मंत्री

पूनिया के अनुसार वर्तमान में बीजेपी की जिस इमारत पर हम खड़े हैं, उसकी बुनियाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी रहे हैं. इससे पहले प्रदेश भाजपा मुख्यालय में स्वर्गीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को भाजपा ने बलिदान दिवस के रूप में मनाया. इस मौके पर पार्टी मुख्यालय में पुष्पांजलि कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. जिसमें पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सतीश और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

इस मौके पर वक्ताओं ने स्वर्गीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि जो आर्टिकल 370 समाप्त करने का सपना मुखर्जी ने देखा था वो अब साकार हो गया है. उनके अनुसार मुखर्जी ने संसद में आर्टिकल 370 को समाप्त करने की जोरदार वकालत भी की थी और अपने इस संकल्प के चलते ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी 1953 में बिना परमिट लिए जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े. वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद कर लिया गया.

पढ़ें- बिजली-पानी के बिल माफी को लेकर 25 जून को भाजपा का बड़ा आंदोलन, मंडल और वार्ड स्तर पर प्रदर्शन

वहीं, 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई. वक्ताओं ने कहा उनके बलिदान के 66 वर्षों के बाद उनके सपने को साकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज में कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाई गई. कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सतीश के साथ ही प्रदेश महामंत्री कैलाश मेघवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार, युवा मोर्चा प्रदेश महामंत्री राजेश गुर्जर और पार्टी के कई अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.

जयपुर. जनसंघ और भाजपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के मौके पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को लेकर एक बयान दिया है. पूनिया ने कहा है कि इस देश का विभाजन पहली बड़ी त्रासदी थी और उसके बाद देश में नेहरू का प्रधानमंत्री बनना देश की दूसरी बड़ी भूल थी.

पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू पर सतीश पूनिया ने साधा निशाना

प्रदेश भाजपा मुख्यालय में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के मौके पर हुए पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए सतीश पूनिया ने यह बयान दिया. पूनिया ने यह भी कहा कि सहयोग से नेहरू मंत्रिमंडल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी सदस्य थे, लेकिन नेहरू-लियाकत समझौता के विरोध में मुखर्जी ने अपना इस्तीफा दे दिया.

मुखर्जी ने एक देश में दो संविधान, दो प्रधान और दो निशान को समाप्त करवाने का संकल्प लिया. लेकिन उनकी रहस्यमई परिस्थितियों में मौत हुई. पूनिया ने कहा कि मौजूदा पीढ़ी ज्यादा कुछ मुखर्जी के बारे में ना जानती हो, लेकिन देश का उजला पक्ष निश्चित तौर पर नई पीढ़ी के सामने आ जाएगा.

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पूनिया के अनुसार वर्तमान में बीजेपी की जिस इमारत पर हम खड़े हैं, उसकी बुनियाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी रहे हैं. इससे पहले प्रदेश भाजपा मुख्यालय में स्वर्गीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को भाजपा ने बलिदान दिवस के रूप में मनाया. इस मौके पर पार्टी मुख्यालय में पुष्पांजलि कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. जिसमें पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सतीश और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर सहित कई कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

इस मौके पर वक्ताओं ने स्वर्गीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि जो आर्टिकल 370 समाप्त करने का सपना मुखर्जी ने देखा था वो अब साकार हो गया है. उनके अनुसार मुखर्जी ने संसद में आर्टिकल 370 को समाप्त करने की जोरदार वकालत भी की थी और अपने इस संकल्प के चलते ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी 1953 में बिना परमिट लिए जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े. वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद कर लिया गया.

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वहीं, 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई. वक्ताओं ने कहा उनके बलिदान के 66 वर्षों के बाद उनके सपने को साकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज में कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाई गई. कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सतीश के साथ ही प्रदेश महामंत्री कैलाश मेघवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार, युवा मोर्चा प्रदेश महामंत्री राजेश गुर्जर और पार्टी के कई अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.

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