ETV Bharat / city

कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट में जाए या UN में, राज्यों को उनके अनुपात में दी जा रही है ऑक्सीजन: सतीश पूनिया

राजस्थान की गहलोत सरकार ने केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन की सप्लाई में भेदभाव का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में जाने की बात कही थी. जिसको लेकर सतीश पूनिया ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. ईटीवी भारत के संवाददाता के सवाल पर पूनिया ने कहा कि कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट में जाए या संयुक्त राष्ट्र संघ में राज्यों को उनके अनुपात के हिसाब से ऑक्सीजन दी जा रही है.

satish poonia,  satish poonia statement on oxygen distribution
सतीश पूनिया का कांग्रेस पर हमला
author img

By

Published : May 13, 2021, 11:00 PM IST

जयपुर. कोरोना महामारी के बीच जारी राजस्थान में ऑक्सीजन और वैक्सीन की कमी अब एक बड़ा सियासी मुद्दा बन गई है. गुरुवार को वैक्सीन की कमी के चलते प्रदेशभर में वैक्सीनेशन का काम ठप रहा. 45 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग को कोरोना वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के कंधों पर है. वहीं ऑक्सीजन भी केंद्र सरकार ही आवंटित कर रहा है. लिहाजा गहलोत सरकार लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रही हैं. इस मसले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राज्यों को उनके अनुपात में ऑक्सीजन मिल रही है. अब कांग्रेस चाहे कोर्ट में जाए या संयुक्त राष्ट्र संघ में.

पढ़ें: कोरोना वैक्सीन के ग्लोबल टेंडर को लेकर CM गहलोत ने साधा निशाना, कहा- अच्छा यह होता कि भारत सरकार टेंडर निकालती

गुरुवार को पत्रकार वार्ता के दौरान ईटीवी भारत के संवाददाता ने राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी को लेकर आए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आरोप और इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट की शरण लेने से जुड़ा सवाल पूछा. जिस पर सतीश पूनिया ने कहा की ऑक्सीजन का आवंटन राज्यों को उनके अनुपात में किया जा रहा है और प्रयास किया जा रहा है किसमें और बढ़ोतरी हो. राजस्थान को उसके अनुपात का ऑक्सीजन लगातार मिल रहा है. लेकिन फिर भी कांग्रेस कोर्ट की शरण में जाना चाहे या संयुक्त राष्ट्र संघ की शरण में वो जा सकती है.

कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट में जाए या संयुक्त राष्ट्र संघ में

पूनिया ने कहा कि कुछ माह तक देश में ऑक्सीजन की डिमांड नहीं थी. लेकिन जब एकाएक डिमांड बढ़ी तो केंद्र सरकार ने इसका प्रोडक्शन बढ़ाने के प्रयास भी किया. राज्यों में जब टकराव की स्थिति बनी तो इसका नियंत्रण केंद्र ने अपने हाथ में लिया और हर राज्य को उसके अनुपात में वितरण भी किया. जहां आवश्यकता अधिक है वहां पूरी मदद पहुंचाने का प्रयास भी किया और इस पर किसी किस्म की सियासत भी नहीं की.

वैक्सीन कमी पर पूनिया ने दिया यह तर्क

सतीश पूनिया ने वैक्सीन की कमी पर कहा कि विश्व के कुछ बड़े देशों को छोड़ दें तो भारत जैसे विशाल देश में 17 करोड़ से अधिक वैक्सीन की ड्राइव चलाना अपने आप से बड़ा विषय है. उन्होंने कहा बड़ी मात्रा में वैक्सीन निर्माण के दौरान इसे बनाने वाली कंपनियों को रॉ मटेरियल की कमी भी आई. जिसके कारण इसका काम बाधित भी हुआ. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार संकल्पित है और तेजी से इस काम को पूरा करने में प्रयासरत है.

भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच छिड़ा Twitter वार

ट्विटर पर भी भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच सियासी जंग जारी है. भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज कांग्रेस नेताओं के ट्वीट पर लोहा लेते नजर आए. फिल्म अभिनेता अनुपम खेर के उस वक्तव्य पर यह सियासी जंग और बढ़ गई जिसमें खेर ने कोविड-19 के बीच केंद्र सरकार से चूक होने और उसकी आलोचना जायज होने से जुड़ा बयान दिया था. इसी बयान से जुड़ी खबर को पोस्ट करके खेल मंत्री अशोक चांदना ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया तो वहीं कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने भी धड़ाधड़ आरोपों की झड़ी लगा दी. कांग्रेस के हमलों का जवाब दिया भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने.

जयपुर. कोरोना महामारी के बीच जारी राजस्थान में ऑक्सीजन और वैक्सीन की कमी अब एक बड़ा सियासी मुद्दा बन गई है. गुरुवार को वैक्सीन की कमी के चलते प्रदेशभर में वैक्सीनेशन का काम ठप रहा. 45 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग को कोरोना वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी केंद्र सरकार के कंधों पर है. वहीं ऑक्सीजन भी केंद्र सरकार ही आवंटित कर रहा है. लिहाजा गहलोत सरकार लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रही हैं. इस मसले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राज्यों को उनके अनुपात में ऑक्सीजन मिल रही है. अब कांग्रेस चाहे कोर्ट में जाए या संयुक्त राष्ट्र संघ में.

पढ़ें: कोरोना वैक्सीन के ग्लोबल टेंडर को लेकर CM गहलोत ने साधा निशाना, कहा- अच्छा यह होता कि भारत सरकार टेंडर निकालती

गुरुवार को पत्रकार वार्ता के दौरान ईटीवी भारत के संवाददाता ने राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी को लेकर आए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आरोप और इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट की शरण लेने से जुड़ा सवाल पूछा. जिस पर सतीश पूनिया ने कहा की ऑक्सीजन का आवंटन राज्यों को उनके अनुपात में किया जा रहा है और प्रयास किया जा रहा है किसमें और बढ़ोतरी हो. राजस्थान को उसके अनुपात का ऑक्सीजन लगातार मिल रहा है. लेकिन फिर भी कांग्रेस कोर्ट की शरण में जाना चाहे या संयुक्त राष्ट्र संघ की शरण में वो जा सकती है.

कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट में जाए या संयुक्त राष्ट्र संघ में

पूनिया ने कहा कि कुछ माह तक देश में ऑक्सीजन की डिमांड नहीं थी. लेकिन जब एकाएक डिमांड बढ़ी तो केंद्र सरकार ने इसका प्रोडक्शन बढ़ाने के प्रयास भी किया. राज्यों में जब टकराव की स्थिति बनी तो इसका नियंत्रण केंद्र ने अपने हाथ में लिया और हर राज्य को उसके अनुपात में वितरण भी किया. जहां आवश्यकता अधिक है वहां पूरी मदद पहुंचाने का प्रयास भी किया और इस पर किसी किस्म की सियासत भी नहीं की.

वैक्सीन कमी पर पूनिया ने दिया यह तर्क

सतीश पूनिया ने वैक्सीन की कमी पर कहा कि विश्व के कुछ बड़े देशों को छोड़ दें तो भारत जैसे विशाल देश में 17 करोड़ से अधिक वैक्सीन की ड्राइव चलाना अपने आप से बड़ा विषय है. उन्होंने कहा बड़ी मात्रा में वैक्सीन निर्माण के दौरान इसे बनाने वाली कंपनियों को रॉ मटेरियल की कमी भी आई. जिसके कारण इसका काम बाधित भी हुआ. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार संकल्पित है और तेजी से इस काम को पूरा करने में प्रयासरत है.

भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच छिड़ा Twitter वार

ट्विटर पर भी भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच सियासी जंग जारी है. भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज कांग्रेस नेताओं के ट्वीट पर लोहा लेते नजर आए. फिल्म अभिनेता अनुपम खेर के उस वक्तव्य पर यह सियासी जंग और बढ़ गई जिसमें खेर ने कोविड-19 के बीच केंद्र सरकार से चूक होने और उसकी आलोचना जायज होने से जुड़ा बयान दिया था. इसी बयान से जुड़ी खबर को पोस्ट करके खेल मंत्री अशोक चांदना ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया तो वहीं कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने भी धड़ाधड़ आरोपों की झड़ी लगा दी. कांग्रेस के हमलों का जवाब दिया भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.