जयपुर. भाजपा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक प्रदेश संगठन के खिलाफ लामबंद होने लग गए हैं. जिसके बाद प्रदेश आलाकमान कोटा में राजे समर्थकों की चिंतन बैठक के बाद थोड़ा चिंतित जरूर है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस मसले पर कहा कि पूरा मामला केंद्रीय नेतृत्व के संज्ञान में है और जैसा निर्देश मिलेगा हम आगे बातचीत करेंगे.
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जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि कोई भी व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से किसी का समर्थक, अनुयाई हो सकता है. लेकिन उसे इस प्रकार की बातें पार्टी के सक्षम प्लेटफार्म पर ही रखनी चाहिए.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि यह पार्टी नेताओं की नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं की पार्टी है. इसलिए इसमें किसी को साइडलाइन करना या ना करने का सवाल ही नहीं उठता. उनसे पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत के बयान के बारे में सवाल किया तो कटारिया ने कहा इस बारे में तो राजावत ही आप लोगों को ज्यादा कुछ बता सकते हैं.
गौरतलब है कि रविवार को कोटा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक भाजपा नेताओं ने चिंतन बैठक कर रणनीति बनाई और मीडिया में यह भी कहा कि वसुंधरा राजे को दरकिनार किया. उसका परिणाम निकाय चुनाव में देख लिया. यदि आगे मुख्यमंत्री के रूप में वसुंधरा राजे को प्रोजेक्ट नहीं किया गया तो राजस्थान में भाजपा की सरकार नहीं बनने वाली.