जयपुर. नागरिकता संशोधन बिल (CAA) पर देशभर में जारी हालातों पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि देश में वे हिंसा का कभी समर्थन नहीं करते लेकिन सरकार को ये चाहिए कि आक्रोशित युवाओं के साथ संवाद स्थापित करे.
उन्होंने कहा यह किसी एक संगठन या समुदाय की बात नहीं है हालांकि हिंसा को कोई समर्थन नहीं करता लेकिन इस तरह से छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग किया जाना गलत है. बिना वाइस चांसलर की मंजूरी के कोई भी फोर्स कैंपस में नहीं जा सकती. यह जांच का विषय है. जिम्मेदार लोगों को इस बात को देखना चाहिए कि इस गुस्से के लिए आखिर जिम्मेदार कौन है.
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पायलट ने कहा केंद्र सरकार को ही समझना होगा कहीं गुस्सा आगे जाकर देश के लिए घातक ना हो जाए. अभी देश में चिंताजनक हालात हैं. कोई भी व्यक्ति कानून हाथ में ले यह गलत है लेकिन जिस तरीके से उसका इस्तेमाल हो रहा है वह भी ठीक नहीं है. देश में केंद्र सरकार के खिलाफ माहौल बन रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार को बल प्रयोग की जगह समझाइश से मामला संभालना होगा.
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पायलट ने कहा कि जो भी हिंसक घटनाएं हो रही हैं दुर्भाग्यपूर्ण हैं. संवादहीनता के कारण ऐसी घटनाएं हो जाती हैं. उन्होंने कहा लोग आक्रोशित इस बात से भी हैं कि जो परिवर्तन किए जा रहे हैं उसमें पॉलिटिकल एजेंडा ज्यादा लगता है. जो कि संविधान की मूल भावना है उसे साइलाइन रखा गया है. जिससे लोग उत्तेजित हैं. ऐसे में सरकार को तुरंत प्रभाव से एक डॉयलग स्थापित करना चाहिए. बल प्रयोग से लोगों की आवाज दबाने से कुछ हासिल नहीं होने वाला.