जयपुर. बीजेपी पार्षदों के मोदी जिंदाबाद, कांग्रेस पार्षदों के गहलोत जिंदाबाद और 'विकास कहां है - नाथी तेरे बाड़े में' जैसे नारों के बीच सोमवार को ग्रेटर नगर निगम की दूसरी बोर्ड बैठक के पहले सत्र में जमकर हंगामा (ruckus in the general assembly meeting ) हुआ. पार्षद वेल में भी उतरे और आखिर में प्रस्ताव संख्या 1 पारित हुआ. सफाई कार्य योजना को लेकर लाए गए इस प्रस्ताव के अनुसार अब 7 जोन के लिए अलग-अलग जोनवार डोर टू डोर कचरा संग्रहण कार्ड स्वैपिंग के आधार पर कराए जाने के लिए टेंडर किया जाएगा. साथ ही सक्शन मशीन और हूपर से रोड स्वीपिंग और कचरे को निस्तारित करने के लिए डंपिंग यार्ड मथुरादास पुरा और सेवापुरा पहुंचाने के लिए अलग-अलग टेंडर किया जाएगा.
28 जनवरी 2021 के बाद सोमवार को ग्रेटर नगर निगम साधारण सभा की दूसरी बैठक हुई. साधारण सभा की बैठक की शुरुआत देश के 30 दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि देने से हुई. वहीं आईएस महेंद्र सोनी के ज्वाइन नहीं करने के चलते नगर निगम आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह देव बोर्ड की बैठक में शामिल हुए. खास बात यह रही कि अब तक पार्षदों और समिति चेयरमैन से दूरी बनाए रखने वाले आयुक्त यज्ञ मित्र स्थगन के दौरान सभी पार्षदों की सीट पर जाकर उनसे मुलाकात करते हुए नजर आए. बोर्ड बैठक में प्रस्ताव संख्या एक पर चर्चा के दौरान बीजेपी पार्षद हरीश शर्मा सफाई के मुद्दे पर बोलते हुए पीएम मोदी की तारीफ की.
इस पर कांग्रेस के पार्षद भड़क गए और वे गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. दूसरी तरफ बीजेपी के पार्षद भी नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. देखते ही देखते पूरे सदन में मोदी-मोदी के नारे गूंजने लगे और सदन में हंगामा हो गया. कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद वैल में आकर नारेबाजी करने लगे. इस हंगामे को देखकर मेयर ने बैठक को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया.
कांग्रेस पार्षदों ने किया हंगामाः बाद में बीजेपी के पार्षद अक्षत खुटेटा ने सदन के अंदर पार्षद प्रतिनिधि की मौजूदगी का आरोप लगाया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्षद राजुला के पति की सदन में मौजूदगी होने की ओर इशारा किया. जबकि राजुला के पति सदन में नहीं थे. इसी बात को लेकर कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा कर दिया और वैल में उतरकर पार्षद से माफी मांगने की मांग को लेकर धरने पर भी बैठ गए. बाद में वीडियो देखकर मामले को निर्धारित किया गया.
दिव्या सिंह की टिप्पणी पर हुआ हंगामाः सदन की कार्रवाई के दौरान कांग्रेस की तरफ से मेयर प्रत्याशी रही दिव्या सिंह की ओर से महापौर पर की गई टिप्पणी पर भी हंगामा हुआ. दिव्या सिंह ने कहा था कि बीजेपी बोर्ड ने जब से ग्रेटर निगम संभाला है, नगर निगम नरक निगम बन गया है. उन्होंने महापौर की कार्यशैली पर तंज कसते हुए कहा कि जयपुर ग्रेटर की जनता के लिए महापौर की कार्यशैली अविस्मरणीय है. आज बोर्ड को लगभग डेढ़ साल हो गया है, काम के नाम पर आपसी खींचातान नजर आती है. दिव्या सिंह के इस बयान पर भी जमकर हंगामा बरपा. इससे पहले नगर निगम में डोर टू डोर कचरा संग्रहण की कार्यप्रणाली और टेण्डर की प्रक्रिया समझाने को लेकर निगम के प्रोजेक्ट एक्सईएन से जवाब देते नहीं बना. जब मेयर ने कचरा कलेक्शन के लिए हर वार्ड में गाड़ियों की संख्या बताने को कहा तो वे जबाव नहीं दे पाए. इसके बाद आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव ने जवाब देते हुए डोर टू डोर कचरा संग्रहण में संख्या के हिसाब से वार्डों में हूपर न देकर रोड मैप और घरों की संख्या के हिसाब से हूपर लगाए जाने और 150 वार्डो में 471 हूपर लगाए जाने की बात कही.
वहीं नई व्यवस्था के तहत हर घर के बाहर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन लगाए जाने और इसे कचरा कलेक्शन करने वाले कर्मचारी से स्कैन किए जाने और इसका मैसेज हाउस होल्ड के मोबाइल पर भी आने की जानकारी दी. इस दौरान सफाई समिति चेयरमैन रामकिशोर प्रजापत ने भी सदन में अपनी पीड़ा रखी. उन्होंने कहा कि बैठकों में सफाई समिति चेयरमैन को नहीं बुलाया जाता. इस पर आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव ने जवाब दिया कि इनका मामला कोर्ट में विचाराधीन है. इसलिए उन्होंने राज्य सरकार से मार्गदर्शन मांगा है कि क्या ये समिति के चेयरमैन बैठक ले सकते हैं या नहीं. जिसका जवाब अब तक नहीं आया है, आखिर में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ.
गाइड लाइन में सुधार की मांगः इस दौरान उद्यान समिति के चेयरमैन राखी राठौड़ ने स्वायत शासन विभाग की ओर से निकाले गए पशु रखने की गाइड लाइन में सुधार की मांग रखते हुए प्रस्ताव लाने की भी अपील की. बैठक के दौरान बीजेपी के पार्षदों ने अधिकारियों के गलत रवैए को लेकर तख्तियां लहराते हुए नजर आए. तख्तियों पर लिखा कि मैं पार्षद हूं और जनता द्वारा चुना गया जनप्रतिनिधि हूं, अधिकारी अपना रवैया ठीक करें. वहीं कांग्रेस पार्षद ने शहर में ओपन कचरा डिपो की तस्वीरें सदन में लहराई. लंच के बाद शुरू हुई सदन की कार्रवाई में प्रस्ताव संख्या दो पर चर्चा हुई. जिसमें सात-सात अतिरिक्त अस्थाई सफाई श्रमिकों को लगाए जाने की स्वीकृति जारी होनी थी.
बनी हाथापाई की नौबतः इस दौरान पार्षद विकास बारेठ की ओर से कांग्रेसी पार्षद कैलाश पर की गई टिप्पणी पर बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद हुए आमने-सामने हो गए और हाथापाई की नौबत बन आई. इस पर महापौर सौम्या गुर्जर ने बीजेपी पार्षद विकास को सदन से बाहर किया. बीजेपी पार्षद विकास बारेठ ने कांग्रेस पार्षद कैलाश को कहा था कि 'ये टोपी वाला ज्यादा बोलता है'.