जयपुर. राजस्थान में कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने अब कम्युनिटी स्प्रेड (Corona community spread in Rajasthan) का रूप लेना शुरू कर दिया है. सरकार से लेकर स्वयंसेवी संस्थाएं तक इसके बचाव और आमजन को जागरूक करने में जुटी है. वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी इस महामारी के दौरान आमजन को जागरूक करने और जन सेवा के लिए प्रशिक्षित स्वयं सेवकों की लंबी चौड़ी फोज खड़ी की है. प्रदेश में 3 चरणों में प्रशिक्षण के बाद संघ के करीब 30 हजार स्वयं सेवकों की फौज खड़ी की गई है जो प्रशिक्षण के साथ जन सेवा कार्यों में जुटी है.
3 चरणों में संपन्न हुआ प्रशिक्षण
राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े आर एस एस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की पिछले दिनों कर्नाटका में 28 से 30 अक्टूबर तक कार्यकारिणी मंडल की बैठक हुई थी. जिसमें कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को लेकर प्रशिक्षण देने और स्वयंसेवकों को तैयार करने का निर्णय (RSS Covid Relief Campaign) लिया गया था. देशभर में 10 लाख से अधिक ऐसे कार्यकर्ताओं को (RSS Volunteers Trained To Help In Corona) तैयार भी किया गया. राजस्थान में यह संख्या करीब 30,000 बताई जा रही है. इसके लिए पहले राज्य स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया फिर जयपुर जोधपुर और चित्तौड़गढ़ प्रांत का प्रशिक्षण हुआ. इसके बाद जिला स्तर पर समाज के अलग-अलग वर्गों को शामिल करते हुए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम हुए जिसके जरिए करीब 30 हजार प्रशिक्षित स्वयंसेवकों और अन्य लोगों को तैयार किया गया.
यह भी पढ़ें - आरएसएस और सेवा भारती ने शुरू की कोविड रेस्पॉन्स टीम, ऐसे करेंगे मदद
संघ ब्रिगेड कोरोना लहर में इस तरह कर रही काम
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जो प्रशिक्षित स्वयंसेवक तैयार किए गए हैं, वह समाज के अलग-अलग वर्ग और क्षेत्रों में पहुंचकर आमजन को कोरोना से निपटने और इस महामारी के दौरान रखने वाली सुरक्षा को लेकर प्रशिक्षण और जागरूक कर रहे हैं. हालांकि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में आर एस एस ने जितना सेवा कार्य किया इसी लहर में इतनी जरूरत नहीं पड़ रही लेकिन प्रदेश में जहां स्वयंसेवकों को आवश्यकता हो रही है वहां वे जन सेवा के कार्य में जुटे हुए हैं.
कोरोना से आरएसएस की जंग
इसके अलावा कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में कोरोना बचाव किट से जुड़ी सामग्री वितरित करने सहित कई कार्य किए प्रशिक्षित संघ योद्धा कर रहे हैं. और इस काम में स्वयंसेवी संगठनों की भी मदद ली जा रही है, ताकि महामारी के दौरान इससे प्रभावित लोगों की सेवा भी की जा सके और अन्य लोगों को भी इस महामारी से बचाव के लिए प्रशिक्षण मिल सके.
पहली और दूसरी लहर में भी संघ ने किए थे सेवा कार्य
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े स्वयंसेवकों ने सेवा कार्य सहित कोरोना से बचाव और उसके उपचार को लेकर कई कार्य किए थे. खास तौर पर राशन सामग्री के वितरण से लेकर कोरोना बचाओ किट और आयुर्वेद से जुड़ी मेडिसिन के वितरण का भी काम किया गया था. अब संघ तीसरी लहर में भी सेवा कार्य में जुटने के लिए तत्पर दिखाई दे रहा है.