जयपुर. राजस्थान बीजेपी में 'लेटर बम' के बाद अब सियासत भी चरम पर है. वसुंधरा समर्थक पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा (Rohitashav Sharma) ने इसे बड़े खेद की बात बताया है. रोहिताश शर्मा को हाल ही में प्रदेश भाजपा संगठन की ओर से अनुशासनहीनता के एक मामले में नोटिस जारी किया था और 15 दिन में जवाब भी मांगा गया था.
इसके बाद भी शर्मा ने मीडिया में बयान दिए थे. अब जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (BJP State President Satish Poonia) से जुड़ा 22 साल पुराना पत्र वायरल हुआ है तो उसके बाद रोहिताश्व शर्मा का यह बयान प्रदेश भाजपा नेताओं में चल रही गुटबाजी और अंतर्कलह की ओर इशारा कर रही है.
दरअसल, प्रदेश भाजपा (Rajasthan BJP) की राजनीति में तत्कालिक प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) के पुराने लेटर वायरल (Viral Letter) होने के बाद मचे सियासी बवाल पर खुद पूनिया ने ट्विटर (Twitter) के जरिए अपनी बात रखी है. पूनिया ने 22 वर्ष पुराने पत्र के इस समय जारी होने को 'अजब सियासत की गजब कहानी बताया' है.
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क्या है वायरल लेटर में ?
जो पत्र वायरल हुआ वो 22 साल पुराना है, जब सतीश पूनिया भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे और यह पत्र पूनिया ने इस पद से अपने इस्तीफे के रूप में तत्कालिक पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) को लिखा था. जिसमें पूनिया ने बीजेपी के दिग्गज भैरो सिंह शेखावत (Bhairon Singh Shekhawat), ललित किशोर चतुर्वेदी (Lalit Kishore Chaturvedi) और हरिशंकर भाभड़ा (Harishankar Bhabra) पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया था. वहीं, राजेंद्र राठौड़ और पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां को 'भस्मासुर' बताया था.