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जयपुर: ACB अधिकारी बनकर बदमाशों ने लूटे 23 लाख रुपये, छापेमारी का डर दिखाकर की वारदात

जयपुर में 3 शातिर बदमाशों ने खुद को एसीबी अधिकारी बताकर 23 लाख रुपये की लूट की वारदात को अंजाम दिया है. डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह के मुताबिक पीड़ित की ओर से जवाहर नगर थाने में लूट का मामला दर्ज करवाया गया है. सूचना मिलते ही पुलिस की स्पेशल टीमें मामले की जांच में जुट गई हैं.

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जयपुर में एसीबी अधिकारी बनकर बदमाशों ने की लूट की वारदात
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Published : Mar 27, 2021, 3:44 AM IST

जयपुर. अगर कोई अज्ञात युवक अपने साथियों के साथ खुद को एसीबी अधिकारी होने का हवाला देकर घर में घुसकर डराता-धमकाता है तो ठगी और लूट की वारदात के मद्देनजर सावधान रहिए. दरअसल, राजधानी जयपुर में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां 3 शातिर बदमाशों ने खुद को एसीबी अधिकारी बताकर लूट की वारदात को अंजाम दिया है.

जवाहर नगर थाना इलाके में बदमाशों ने पीड़ित परिवार के घर में घुसकर खुद को एसीबी अधिकारी बताया और एसीबी का आई कार्ड भी दिखाया. इसके बाद एसीबी के छापे की बात कहकर करीब 23 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए. जिस समय यह घटना हुई उस समय मकान मालिक दीपक शर्मा का बेटा विनीत घर पर अकेला था.

जयपुर में एसीबी अधिकारी बनकर बदमाशों ने की लूट की वारदात

पढ़ें: अलवर: लोन देने और नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग के 6 सदस्य गिरफ्तार

जवाहर नगर थाना पुलिस के मुताबिक ये वारदात सेक्टर-7 में रहने वाले दीपक शर्मा के साथ हुई. दीपक शर्मा फाइनेंस कारोबारी हैं और सी स्कीम में उसका ऑफिस है. 3 शातिर बदमाश पीड़ित के घर पर आए और दीपक के बेटे विनीत से एसीबी अधिकारी होने की बात कही. इस दौरान तीनों बदमाश मकान को खंगालते हुए यहां से करीब 23 लाख रुपये की नगदी लेकर रफ़ूचक्कर गए.

पुलिस के मुताबिक वारदात के बाद पीड़ित ने अपने पिता को सूचना दी और फिर पुलिस को सूचना दी गई. सूचना के बाद डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह समेत क्राइम ब्रांच की टीम भी मौके पर पहुंची और मौका-मुआयना किया. पीड़ित दीपक शर्मा से पूछताछ की गई. पूछताछ में सामने आया है कि एसीबी अधिकारी के नाम से पीड़ित डर गया और उसने घर में क़रीब 23 लाख रुपये होने की जानकारी दे दी. हालांकि शंका होने पर पीड़ित ने पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है. मामले में पुलिस सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है.

पढ़ें: जयपुर: ACB ने नगर निगम के राजस्व अधिकारी को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा

डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह के मुताबिक 3 बदमाश एसीबी अधिकारी बनकर पीड़ित परिवार के घर में घुस गए और खुद को एसीबी अधिकारी होने का आई कार्ड बताया और छापेमारी कार्रवाई होने का हवाला देकर घर में रखे रुपयों के बारे में भी जानकारी ले ली. इसके बाद पीड़ित ने डर से रुपयों के बारे में बता दिया. इसके बाद बदमाशों ने पूरी रकम एक सूटकेस में पैक करके कागजों पर पीड़ित के साइन करवाकर रकम को जब्त करने की कार्रवाई का हवाला दिया. इसके बाद पीड़ित एसीबी मुख्यालय पहुंचे तो जानकारी मिली कि एसीबी की ओर से ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. तब जाकर लूट के मामले का मालूम चला. इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी. पीड़ित की ओर से जवाहर नगर थाने में लूट का मामला दर्ज करवाया गया है. सूचना मिलते ही पुलिस की स्पेशल टीमें मामले की जांच में जुट गई हैं.

जयपुर. अगर कोई अज्ञात युवक अपने साथियों के साथ खुद को एसीबी अधिकारी होने का हवाला देकर घर में घुसकर डराता-धमकाता है तो ठगी और लूट की वारदात के मद्देनजर सावधान रहिए. दरअसल, राजधानी जयपुर में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां 3 शातिर बदमाशों ने खुद को एसीबी अधिकारी बताकर लूट की वारदात को अंजाम दिया है.

जवाहर नगर थाना इलाके में बदमाशों ने पीड़ित परिवार के घर में घुसकर खुद को एसीबी अधिकारी बताया और एसीबी का आई कार्ड भी दिखाया. इसके बाद एसीबी के छापे की बात कहकर करीब 23 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए. जिस समय यह घटना हुई उस समय मकान मालिक दीपक शर्मा का बेटा विनीत घर पर अकेला था.

जयपुर में एसीबी अधिकारी बनकर बदमाशों ने की लूट की वारदात

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जवाहर नगर थाना पुलिस के मुताबिक ये वारदात सेक्टर-7 में रहने वाले दीपक शर्मा के साथ हुई. दीपक शर्मा फाइनेंस कारोबारी हैं और सी स्कीम में उसका ऑफिस है. 3 शातिर बदमाश पीड़ित के घर पर आए और दीपक के बेटे विनीत से एसीबी अधिकारी होने की बात कही. इस दौरान तीनों बदमाश मकान को खंगालते हुए यहां से करीब 23 लाख रुपये की नगदी लेकर रफ़ूचक्कर गए.

पुलिस के मुताबिक वारदात के बाद पीड़ित ने अपने पिता को सूचना दी और फिर पुलिस को सूचना दी गई. सूचना के बाद डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह समेत क्राइम ब्रांच की टीम भी मौके पर पहुंची और मौका-मुआयना किया. पीड़ित दीपक शर्मा से पूछताछ की गई. पूछताछ में सामने आया है कि एसीबी अधिकारी के नाम से पीड़ित डर गया और उसने घर में क़रीब 23 लाख रुपये होने की जानकारी दे दी. हालांकि शंका होने पर पीड़ित ने पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है. मामले में पुलिस सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है.

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डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह के मुताबिक 3 बदमाश एसीबी अधिकारी बनकर पीड़ित परिवार के घर में घुस गए और खुद को एसीबी अधिकारी होने का आई कार्ड बताया और छापेमारी कार्रवाई होने का हवाला देकर घर में रखे रुपयों के बारे में भी जानकारी ले ली. इसके बाद पीड़ित ने डर से रुपयों के बारे में बता दिया. इसके बाद बदमाशों ने पूरी रकम एक सूटकेस में पैक करके कागजों पर पीड़ित के साइन करवाकर रकम को जब्त करने की कार्रवाई का हवाला दिया. इसके बाद पीड़ित एसीबी मुख्यालय पहुंचे तो जानकारी मिली कि एसीबी की ओर से ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. तब जाकर लूट के मामले का मालूम चला. इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी. पीड़ित की ओर से जवाहर नगर थाने में लूट का मामला दर्ज करवाया गया है. सूचना मिलते ही पुलिस की स्पेशल टीमें मामले की जांच में जुट गई हैं.

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