जयपुर. राजधानी में लगातार हो रही बारिश से इन दिनों जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है. जगह-जगह पानी भरने से सड़कों के हालात भी खस्ता हो गए हैं. उधड़ती रोड ने सरकारी इंजीनियरिंग की भी पोल खोल दी है. तो वहीं अब ये क्षति ग्रस्त सड़कें हादसों को न्योता दे रही हैं. इस बारिश में सड़कों को लेकर सैकड़ों शिकायतें दर्ज हुई. हालांकि ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित होने के बाद अब हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में आने वाले गणगौरी बाजार, ब्रह्मपुरी बाजार, रामगढ़ मोड़ पर ठंडी डामर का इस्तेमाल कर सड़कों पर पैच वर्क किया जा रहा है. जबकि ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में मालवीय नगर, सी स्कीम के मालवीय मार्ग, युधिष्ठिर मार्ग पर भी मरम्मत का कार्य किया गया.
उधर, जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से बंद की घाटी में अवरुद्ध हुए मार्ग से मलबा हटाकर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू किया गया है. जबकि जयपुर-दिल्ली रेलवे लाइन पर बने जेपी फ़ाटक अंडरपास से भी पंपों के माध्यम से पानी को खाली करा कर, रास्ते की मरम्मत के साथ यातायात के लिए खोल दिया गया है. यहां बने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को भी बेहतर किया गया है.
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बहरहाल, जेडीए और निगम हर साल 350 करोड़ रुपए सड़कों पर खर्च करता है. बावजूद इसके हर बारिश में शहर की सड़कें उखड़ जाती हैं. ऐसे में अब निगम और जेडीए प्रशासन इस विकट समस्या का समाधान खोजने में भी जुटा है.